सूरत के सरथाना में 20 छात्रों की जान लेने वाला अग्निकांड तक्षशिला आर्केड बिल्डिंग के उस फ्लोर पर हुआ, जो गैरकानूनी तरीके से बनाया गया था। इस फ्लोर की छत को फाइबर से बनाया गया था।
फाइबर में लगी आग पर काबू पाने में मुश्किल हुई। इस मामले में सरथाना पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज हुई है। आईपीसी की धारा 304-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की जांच सूरत क्राइम ब्रांच के एसीपी को सौंपी गई है।
ट्यूशन क्लास पर प्रतिबंध लगा
इस घटना के बाद प्रशासन ने सूरत में इस तरह के ट्यूशन क्लास पर प्रतिबंध लगा दिया है। फायर डिपार्टमेंट की एनओसी मिलने के बाद ही ट्यूशन क्लास चलेंगी। अग्निकांड में एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है और फिलहाल कोचिंग सेंटर के संचालक समेत 2 को हिरासत में लिया गया है।
घबराहट में बिल्डिंग से छलांग लगा दी
सूरत के सरथाना स्थित तक्षशिला कॉम्प्लेक्स में कोचिंग सेंटर भी चलता है, जिसमें शुक्रवार को बच्चे आम दिनों की तरह पढ़ने आए थे। लेकिन शायद उन्हें भनक भी नहीं होगी कि आग की लपटों में उनके साथ उनके सपने भी खत्म हो जाएंगे।
इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें साफ नजर आ रहा है कि कई छात्रों ने घबराहट में बिल्डिंग से छलांग लगा दी। आग इतनी भयंकर थी कि उसे बुझाने में 19 दमकल गाड़ियों को लगाना पड़ा।
4 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान
गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। देर शाम सीएम ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा, सीढ़ियों के पास लगी आग के कारण कई लोग बिल्डिंग की चौथी मंजिल से कूद गए। सीएम ने मरने वालों के परिवारवालों को 4 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
अहमदाबाद म्युनिसिपल कमिश्नर विजय नेहरा ने कहा, अगर हमें हादसों से बचना है और लोगों की जिंदगियां बचानी है तो हमें कुछ कड़े फैसले लेने होंगे।
मैंने अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के अफसरों को अगले आदेश तक शहर की सभी ट्यूशन क्लासेज को बंद करने का आदेश दिया है। इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस चीफ राहुल गांधी, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव समेत अन्य पार्टियों के नेताओं ने शोक जताया।
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