रायपुर। राज्य शासन ने एक अभिनव पहल करते हुए स्कली बच्चों को बड़ी खुशखबरी दी है। सरकार ने बच्चों की परेशानी कम करते का फैसला किया है। स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों को आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए कार्यालयों का चक्कर न लगाना पड़े इसके लिए विशेष अभियान प्रारंभ किया जा रहा है।
रायपुर संभाग के आयुक्त जी.आर. चुरेन्द्र ने संभाग के सभी जिला कलेक्टरों को स्कूली बच्चों के आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए विशेष शिविरों का आयोजन करने के निर्देश जारी किए हैं।
संभागायुक्त श्री चुरेन्द्र ने कहा है कि नए शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के साथ ही स्कूली बच्चों और उनके अभिभावकों को आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए काफी परेशान होना पड़ता है। कई बच्चे साल भर इन प्रमाण पत्रों के लिए भटकते रहते हैं।
यदि आय, जाति और निवास प्रमाण पत्रों को विशेष शिविरों का आयोजन कर बनाया दिया जाए तो इससे न केवल बच्चों और उनके अभिभावकों को राहत मिलेगी बल्कि विभागीय अधिकारियों को भी इस काम में काफी सहुलियत के साथ ही शासन में पारदर्शिता और सुशासन की दिशा में यह कदम कारगर कदम साबित होगा।
शिविरों के लिए समय-सीमा तय
संभागायुक्त ने कहा है कि एक मई से 15 जून तक स्कूलों में अवकाश रहता है। इस दौरान विशेष अभियान आयोजित कर सेक्टर मुख्यालयों और केन्द्रीय लोकेशनों के हायर सेकेण्डरी या हाई स्कूलों में विशेष शिविरों का आयोजन किया जाए।
सबसे पहले 25 मई से 29 मई के बीच जिला कलेक्टरों द्वारा राजस्व, शिक्षा, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा नगरीय प्रशासन के जिला और मैदानी अधिकारियों की समन्वय बैठक आयोजित कर कार्ययोजना तैयार कर ली जाए।
जिन विद्यार्थियों के पास आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र नहीं है उनका आकंलन कर लिया जाए। कक्षावार आकलित विद्यार्थियों की संख्या के अनुरूप आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र के लिए लगने वाले आवेदन व अन्य प्रपत्र प्रिंट कराकर विद्यालय को उपलब्ध करा दिए जाए।
विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को गांवों में मुनादी कर सूचना दी जाए कि आय, जाति और निवास प्रमाण बनाने हेतु आवेदन भरने और अन्य औपचारिकताएं पूर्ण कराने विद्यालयों में कार्यवाही की जा रही है। श्री चुरेन्द्र ने कहा कि यह कार्यवाही स्कूलों में 2 से 3 दिनों में कर ली जाए।
इस दौरान सभी शिक्षकों के साथ ही ग्राम के सरपंच, ग्राम पंचायत सचिव, पटवारी और संबंधित नगरीय क्षेत्र में निकाय के कर्मचारी अभिलेखों सहित अनिवार्य रूप से उपस्थित रहकर औपचारिकताएं पूर्ण करने में अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे।
शिविर का पहला चरण 4 जून से 25 जून तक
सभी औपचारिकताएं पूर्ण होने के बाद 4 जून से 15 जून के बीच तहसील व जनपद क्षेत्र के सेक्टर मुख्यालय या केन्द्रीय लोकेशन के हायर सेकण्डरी या हाई स्कूलों में विशेष शिविर आयोजित कर प्रमाण पत्र जारी करने की कार्यवाही की जाए। शिविरों में छूटे बच्चों का विवरण तैयार कर कामन सर्विस सेंटरों के माध्यम से उनका आय, जाति व निवास प्रमाण बनवाया जाए।
इसी तरह इस अभियान का अगला चरण 25 जून से 7 जुलाई के मध्य आयोजित कर छूटे बच्चों का प्रमाण पत्र बनाने की कार्रवाई की जाए। संभागायुक्त ने कहा कि शिविरों में राजस्व, शिक्षा, पंचायत और ग्रामीण विकास तथा नगरीय निकाय के अधिकारी-कर्मचारी अपने सभी संबंधित अभिलेखों के साथ अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे।
शिविरों की तिथियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि कोई छूटने न पाए। श्री चुरेन्द्र ने इन शिविरों के सफल आयोजन के लिए संबंधित क्षेत्र के एसडीएम को जिम्मेवारी दी है वहीं प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी समन्वयक की भूमिका निभाएंगे।
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