लोकसभा चुनाव 2019 के एग्जिट पोल के नतीजे आने वाले हैं। इनकी प्रमाणिकता पर हमेशा तर्क होता रहा है। 2014 के आम चुनाव में हुए आम चुनाव के दौरान आए एग्जिट पोल के नतीजे काफी हद तक सटीक थे।
सभी एग्जिट पोल में बीजेपी की अगुवाई वाले नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट यानि एनडीए के स्पष्ट बहुमत पाकर सरकार बनाने का दावा किया गया था। बाद में वास्तविक नतीजों ने भी इसे सही साबित किया। वर्ष 2014 के आमचुनाव नौ चरणों में सात अप्रैल से लेकर 12 मई तक हुए थे।
12 मई को आए एग्जिट पोल के नतीजे आ चुके थे इन सभी में एनडीए के बहुमत का दावा किया था। यूपीए को सभी ने कम सीटें तो दी, लेकिन इसके बाद भी तकरीबन सभी सर्वे में उन्हें जो सीटें दी गईं वो हकीकत से दूर ही थीं सिवाय न्यूज24-चाणक्य के एग्जिट पोल के। वैसे कहना तो यही चाहिए कि न्यूज24-चाणक्य का दावा वास्तविक परिणाम आने पर एकदम सटीक बैठा था।
किसने क्या किया था दावा
0 सीएनएन आईबीएन-सीएसडीएस के एग्जिट पोल में दावा किया गया था एनडीए 276 सीटें जीतेगी तो यूपीए को 97 सीटें मिलेंगी जबकि अन्य यानि तीसरा मोर्चा और दूसरे दलों को 148 सीटें मिलनी चाहिए.
0 इंडिया टुडे और सिसेरो ने बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए को 272 सीटें दी थीं. यूपीए को उसके अनुसार 115 सीटें मिलनी थीं और अन्य को 156 सीटें।
0 टाइम्स नाउ-ओआरजी ने अपने एग्जिट पोल में एनडीए को 249, यूपीए को 148 और अन्य के 146 सीटों पर जीत का दावा किया था।
0 एबीपी-नील्सन का दावा एनडीए के लिए 274 सीटों और यूपीए के लिए 97 सीटों का था जबकि तीसरा मोर्चा और अन्य दलों के लिए 165 सीटों पर जीत का दावा किया था।
0 इंडिया टीवी-सी वोटर ने एनडीए को 289 सीटें दी थीं तो यूपीए को 101 सीटें जबकि अन्य दलों को 148 सीटें दी गई थीं।ऐसा था फाइनल रिजल्ट
16 मई को जब लोकसभा के परिणाम घोषित हुए तो एनडीए को 336 सीटें मिलीं, जिसमें बीजेपी ने अकेले 282 सीटें जीती थीं यानि बहुमत से दस सीटें ज्यादा। वहीं यूपीए महज 58 सीटों पर सिमट गई, जिसमें कांग्रेस ने 44 सीटें हासिल कीं। ये कांग्रेस का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन था। अन्य दलों को 149 सीटें हासिल हुईं। एनडीए 23 पार्टियों का गठबंधन था तो यूपीए 13 पार्टियों का।
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