दंतेवाड़ा। बस्तर इलाके में पैर-पसार रहे नक्सलियों को टक्कर देेने के लिए अब पुलिस सीधा मोर्चा लेने के अलावा नया तरीका भी अपना रही है। लोगों को देश और अन्य गतिविधियों से अवगात कराने और माओवादियों की गलत जानकारी के तोड़ के रुप में पुलिस शार्ट फिल्मों का निर्माण करके आदिवासियों को दिखाएगी, ताकि उन्हें सच्चाई से अवगत कराया जा सके।
नक्सली अब सरकार और पुलिस से सीधा मुकाबला करने के साथ ग्रामीणों को मानसिक रुप से अपने साथ मिलाने के लिए फिल्म और वीडियों का सहारा ले रहे हैं, जिसके काट के रुप में पुलिस ने यह फैसला लिया है।
फिल्म वहां की स्थानीय भाषा में बनाई जाएगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा जा सके। इन वीडियो और गानों को अंदरूनी गांवों के ग्रामीणों, आश्रम शालाओं, पोटा केबिनों, हॉस्टल्स और स्कूलों के बच्चों दिखाया जाएगा। पूरी फिल्म देशभक्ति से ओतप्रोत होगी। इसमें खास बात यह है कि इन फिल्मों को कोई और नहीं बल्कि खुद हल्बी गोंडी के जानकार पुलिस जवान बनाएंगे।
देशभक्ति गानों और शॉर्ट फिल्म बनाने वाले जवानों को इसके लिए तैयार किया जा रहा है। जिसमें बस्तर में विपरीत परिस्थितियों में सुरक्षा देने वाले जवानों और यहां की स्थितियों को दिखाया जाएगा। इसे देखकर बच्चों के मन में देशप्रेम और क्षेत्रीय की भावना पैदा होगी। हर रविवार को अवकाश के दिन आवासीय संस्थाओं की स्कूल के बच्चों को यह फिल्म दिखाई जाएगी।
ग्राणीण क्षेत्रों के लोक अपनी क्षेत्रीय बोली की फिल्मों और गानों को ज्यादा पसंद करते हैं। अंदरूनी गांवों के ज्यादातर लोगों को हिंदी समझ नहीं आती है। जिसका नक्सली फायदा उठाते हैं।
नक्सली क्षेत्रीय बोली मे वीडियो बनाते हैं जिसे ग्रामीण मनोरंजन के तौर पर देखते हैं और यह उनके दिमाग पर बुरा असर डालती है। इसी वजह से पुलिस अब क्षेत्रीय भाषा में देशभक्ति वीडियो बनाएगी। जो मनोरंजन करने के साथ ही ग्रामीणों के मन में देशभक्ति की भावना को जगाने का काम करेगी।
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