नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव-2019 के चौथे चरण में सोमवार को नौ राज्यों की 71 सीटों पर वोटिंग होगी। इस चरण में कई दिग्गजों के परिवारों की प्रतिष्ठा दांव पर है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत का भविष्य ईवीएम में कैद होगा।
मिलिंद देवड़ा से लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन और कांग्रेस नेता सुनील दत्त की बेटी प्रिया दत्त तक की किस्मत कल ईवीएम में बंद होगी।
चौथे चरण के मतदान में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत, पी.पी. चौधरी, बाबुल सुप्रियो और एसएस अहलूवालिया के किस्मत का भी फैसला होगा। इस चरण में यूपी की 13 सीटों, बिहार की पांच सीटों, कश्मीर की एक सीट, पश्चिम बंगाल की आठ सीट और ओडिशा की छह सीटों पर मतदान होगा। इसके अलावा, झारखंड की तीन, मध्य प्रदेश की छह सीटों और महाराष्ट्र की 17 सीटों पर वोटिंग होगी।
2014 में तीन राज्यों की 32 में से 30 सीटें भाजपा ने जीती थी
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण की जिन 13 सीटों पर कल वोटिंग होगी, साल 2014 में उनमें से 12 सीटें भाजपा ने जीती थी। सिर्फ कन्नौज लोकसभा सीट से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने चुनाव जीता था।
बिहार की जिन पांच सीटों पर चौथे चरण के लिए मतदान होगा, साल 2014 में उनमें से तीन भाजपा और दो लोक जनशक्ति पार्टी ने जीती थी। इस तरह देखा जाए तो बिहार की ये पांचों सीटें 16वें लोकसभा चुनाव में एनडीए के खाते में गई थीं।
29 अप्रैल को पश्चिम बंगाल की जिन आठ सीटों पर वोट डाले जाएंगे, उनमें से छह सीटों पर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस और एक-एक सीट पर कांग्रेस और भाजपा का कब्जा है। आसनसोल सीट से भाजपा जीती थी। वहीं, कांग्रेस के खाते में बहरमपुर की सीट आई थी। मध्यप्रदेश में जिन छह सीटों के लिए कल मतदान होना है, उनमें से 2014 में भाजपा ने पांच सीटें जीती थी।
जबकि कांग्रेस सिर्फ छिंदवाड़ा सीट ही जीती थी। इस सीट पर 1980 से कमलनाथ जीतते आ रहे हैं। लेकिन, इस बार इस सीट से उनके बेटे नकुलनाथ मैदान में हैं। इसी तरह अगर देखा जाए तो राजस्थान में जिन 13 सीटों के लिए मतदान हो रहा है, साल 2014 में ये सभी सीटें भारतीय जनता पार्टी ने जीती थीं।
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