रायपुर। रायपुर लोकसभा से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी को डरा धमकाकर खरीद फरोख्त कर चुनाव परिणाम को लोकसभा में प्रभावित करने कांग्रेस के कृत्य से पार्टी कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी है। बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने शनिवार को एसडीएम, कलेक्टर, राज्यपाल व एसपी को शिकायत सौंपकर मामले में लेनदेन की जांच कर एफआईआर करने की मांग की है।
कार्यकर्ताओं ने दोपहर में रैली निकालकर कांग्रेस के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी किया। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने शिकायत करते हुए राज्यपाल से बसपा प्रत्याशी खिलेश्वर साहू को कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद दुबे के द्वारा खरीद फरोख्त किए जाने की शिकायत की है। बसपा ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए प्रमोद दुबे के चुनाव पर रोक लगाने की मांग की है।
वहीं इस मामले में प्रत्याशी से लेन देन करने के खिलाफ जांच के बाद अपराध पंजीबद्व करने की मांग की है। पूरे मामले में राजनीति गरमाने लगी है। बसपा के बाद भाजपा ने भी खरीद फरोख्त के मामले में एसआईटी जांच करने की मांग की है।
बसपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत पोयाम ने निवार्चन आयोग के सीईओ सुब्रत साहू के नाम लिखे पत्र में कहा- बसपा द्वारा खिलेश्वर साहू को प्रत्याशी बनाए जाने से बसपा के पक्ष में सभी वर्गों के मतदाताओं पर व्यापक असर जनसंपर्क के दौरान माहौल बनने से हो रहा है। बसपा के बढ़ते ग्राफ के आगे घबराकर कांग्रेस के प्रत्याशी प्रमोद दुबे प्रत्याशी से डील कर लिया।
पोयाम ने कहा कि बसपा के मजबूत होने से सीधे कांग्रेस को नुकसान होता है। कांग्रेस ने सत्ता का पावर दिखाकर भय व लालच से गैर लोकतांत्रिक संगठन का परिचय दिया है। कांग्रेस पार्टी शुरु से ही दलित, ओबीसी व आदिवासी वर्ग की विरोधी रही है। निर्वाचन आयोग को कांग्रेस के मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल से जवाब तलब कर पूरे मामले का जवाब देना चाहिए।
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