कही आप अपने घर में तो नहीं करते ये काम? आज ही छोड़ दें वरना मां लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज…

काफी सारे लोग महीनेभर कड़ी मेहनत करते हैं. इसके बावजूद उनके हाथ में पैसा नहीं रुकता और साथ ही कर्ज का भार भी बढ़ने लगता है.
धर्म शास्त्रों के अनुसार मां लक्ष्मी के इस तरह रुष्ट होने की वजह इंसान के अपने कर्म भी होते हैं. अगर वह अपने गलत कर्मों को दूर नहीं करे तो उस घर में दरिद्रता का वास होने लगता है. साथ ही उस परिवार को गरीबी का सामना करना पड़ता है. इसलिए आज हम आपको बताते हैं कि वे कौन से ऐसे काम हैं, जिन्हें इंसान को भूलकर भी नहीं करना चाहिए.
रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठने को सनातन धर्म में सर्वश्रेष्ठ बताया गया है. देर तक सोने की वजह से इंसान का डेली रुटीन बिगड़ जाता है, जिसका असर उसके रोजमर्रा के कामों पर पड़ता है. ऐसे लोगों को जीवन में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है और उस घर में अशांति अपना स्थाई डेरा जमा लेती है.
बड़े-बुजुर्गों का न करें अपमान
परिवार के बड़े बुजुर्ग किसी भी घर की असल नींव होते हैं. जिन घरों में बुजुर्गों का सम्मान नहीं होता, वहां पर कभी भी मां लक्ष्मी नहीं रुकती. इसलिए अपने बड़े-बुजुर्गों का भूलकर भी अनादर न करें और जहां तक संभव हो, उनकी सेवा करने की कोशिश करें. ध्यान रखें, जिस दिन आपकी वजह से उनकी आंखों से एक भी आंसू गिरा, उसी दिन से आपका पराभव भी शुरू हो सकता है.
गलत तरीके से कमाया हुआ पैसा
कम समय में अमीर बनने के लिए कई लोग इन दिनों गलत कार्यों से धन कमाने में लगे हुए हैं. इसके लिए वे कई बार गरीब लोगों को सताने और उनका शोषण करने से भी बाज नहीं आते. चूंकि यह अनैतिक और गलत तरीके से कमाया हुआ पैसा होता है. इसलिए ऐसा पैसा जल्द ही नष्ट भी हो जाता है. इसलिए ऐसे गलत कार्यों के चक्कर में पड़ने के बजाय अपनी मेहनत से आगे बढ़ने की कोशिश करें. ईमानदारी से आपको पैसा भले ही कम मिले, लेकिन वह स्थाई होगा.
जरुरतमंदों का कभी न करें निरादर
सनातन संस्कृति में दान देने का विशेष महत्व बताया गया है. केवल तीज-त्योहार पर ही नहीं बल्कि समय-समय पर जरूरतमंदों को दान देने की देश में प्राचीन परंपरा रही है. ऐसे में कभी कोई जरूरतमंद या भिक्षुक आपसे कोई मदद मांगने तो उसकी हरसंभव मदद जरूर करें. अगर आप मदद करने की स्थिति में न हों तो कम से कम से उसका अनादर भी न करें. किसी जरूरतमंद के साथ दुर्व्यवहार करने से ईश्वर रूष्ट हो जाते हैं और मां लक्ष्मी भी ऐसे घमंडी लोगों का घर छोड़कर चली जाती हैं.
परिवार में अभद्र शब्दों के प्रयोग से बचें
पति और पत्नी गाड़ी के दो पहिये हैं, जिन्हें जिंदगीभर आपसी संतुलन बनाते हुए जीवन को आगे बढ़ाना होता है. ऐसे में जिन घरों में हमेशा पति-पत्नी के बीच झगड़ा होता रहता है और एक-दूसरे के प्रति अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल होता है. वहां पर दरिद्रता आते देर नहीं लगती. मां लक्ष्मी ऐसे घरों में कभी निवास नहीं करती, जहां पर परिवार के लोग एक-दूसरे से लड़ते रहते हैं. ऐसे में अगर आप मां लक्ष्मी को प्रसन्न रखना चाहते हैं तो घर में भूलकर भी किसी के प्रति अपमानजनक शब्दों का प्रयोग न करें.