रायपुर। कानून की पढ़ाई करने वाली छात्रा को न्याय नहीं मिला तो उन्होंने कलेक्टर से मांगी इच्छा मृत्यु। आज जिलाधीश कार्यायल में अनहम के हाथ में खुद की मौत का फरमान लिखा लेटर था जिसे कलेक्टर की मंजूरी के लिए घंटो इंतजार किया। लेकिन कलेक्टर से मुलाकात नहीं हो पाई। टॉपर स्टूड़ेंट रहीं अनहम अली लगातार एलएलबी पहला, दूसरा और तीसरा साल पास किया।
वह भी चौंथे साल की तैयारी में दिन-रात एक कर दी। उसे उम्मीद थी की एलएलबी फोर्थ सैम में वह टॉप करेगी। लेकिन हमेशा टॉपर रहने वाली अनहम का परीक्षा परिणाम जब आया तो उसके होश उड़ गए। क्योंकि स्कूल से लेकर कॉलेज तक पढ़ाई में अव्वल रहने वाली छात्रा अनहम को एलएलबी चौंथे साल में फेल कर दिया गया।
अपने फोर्थ सैम एलएलबी पेपर को खुलवाने की भी कोशिश की पर वह बेकार साबित हुई। बाद में उसे खुद के साथ जानबूझकर की गई शरारत लगी और आरटीआई के जरिए उसने अपनी उत्तर पुस्तिका के लिए अप्लाय कर दिया।
चौंकाने वाली बात यह कि चार साल तक वह आरटीआई के तहत खुद की उत्तर पुस्तिका मिलने की रास्ता देखती रही और वह नाकाम हुई। खासी मशक्कत के बाद जब उसे एलएलबी फोर्थ सैम की उसकी आंसर शीट मिली तो वह हथप्रभ रह गई। उसकी उत्तर पुस्तिका में लिखे गए सवालों-जवाबों को जांचा ही नहीं गया था।
बिना पेपर जांचे एलएलबी फोर्थ सैम में फेल का परिणाम देने का यह अनूठा और अनैतिक मामला समझने के बाद पीडि़ता आहना अली जब कुलपति से गुहार लगाई तो न्याय की बजाए उसे वहां कथित तौर पर मामला 4 साल पुराना होने का हवाला देते हुए टाल दिया गया।
उसके बाद आहना अली ने आज दोपहर कलेक्टर बसवराजू से इच्छा मृत्यू की मांग करने पहुंची थी। परंतु कलेक्टर भी मुलाकात नहीं कर पाए और सीएम भूपेश बघेल से भी आहना गुहार लगाने की कोशिश में है।
यह भी देखें :
Add Comment