रायपुर। पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक भिलाई छत्तीसगढ़ के सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर है। वहीं दूसरे नंबर पर रायपुर और तीसरे नंबर पर रायगढ़ है।
जारी आंकड़ा में बताया गया है कि इन तीनों जिलों में धुआं उगलने वाले उद्योगों की भरमार है। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियों ने उद्योगों के जिम्मेदारों को धुआं नियंत्रण करने वाले उपकरणों को लगाने और पौधारोपण करने निर्देश दिया है।
छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियों ने मार्च माह में प्रदेश के वाय प्रदूषण की जांच की थी। मार्च महीने में भिलाई में 70.94 पीएम 10 का आंकड़ा दर्ज किया है। वहीं रायपुर में 66.37 पीएम 10 का आंकड़ा दर्ज किया। तीसरे नंबर का सबसे प्रदूषित शहर रायगढ़ को बताया गया है। यहां अधिकारियों ने 64.221 पीएम 10 का आंकड़ा दर्ज किया है।
कोरबा और बिलासपुर की हवा स्वच्छ है। वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने के लिए कोरबा और बिलासपुर के छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियों ने अच्छा प्रयास किया है। कोरबा में मार्च 2018 में विभागीय मशीनों ने 62.3214 पीएम 10 का आंकड़ा दर्ज किया था।
अधिकारियों ने सख्ती दिखाई और मार्च 2019 में 26.115 पीएम 10 का आंकड़ा दर्ज हुआ है। इसी तरह से बिलासपुर में मार्च 2018 में 6..541 पीएम 10 का रिकार्ड था। इस रिकार्ड को मार्च 2019 में अधिकारियों ने बदला और 52.591 पीएम 10 का आंकड़ा दर्ज किया है।
एक्सपट्ट्स की मानें तो भिलाई समेत रायपुर और रायगढ़ का आंकड़ा इसलिए बढ़ा है, क्योंकि इन जिलों में धुआं उगलने वाले उद्योगों की भरमार है। छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारियों ने उद्योगों के जिम्मेदारों को धुओं नियंत्रण करने वाले उपकरणों को लगाने और पौधारोपण करने का निर्देश दिया है।
वायु प्रदूषण के मानक को पीएम 10(माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर) में विभागीय अधिकारी दर्ज करते हैं। विभागीय अधिकारी मॉनीटरिंग के लिए प्रतिमाह और वार्षिक दो अलग-अलग आंकड़ा तैयार करते हैं। प्रतिमाह के आंकड़ों के आधार पर वार्षिक समीक्षा होती है, जिसकी विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार और केंद्र सरकार को भेजी जाती है।
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