रायपुर। बाजार में काम करने वाले कारोबारी व्यवसाय के संबंध में कम ब्याज दर पर छोटी-बड़ी रकम उठाते रहते रहते हैं। जिसके एवज में सुरक्षा की दृष्टि से संबंधित फाइनेंसर को चेक देकर रकम उठाया जाता है और रकम वापस होने पर चेक वापस कर दिया जाता हैं।
लेकिन पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कुछ व्यापारियों ने फाइनेंस ब्रोकर मनीष वाधवानी के खिलाफ लिखित शिकायत करते हुए कहा कि उधार में लिए गए रूपए को ब्याज समेत वसूलने के बाद भी मनीष वाधवानी उनके चेक नहीं लौटा रहा हैं।
बल्कि चेक को दूसरे हुंडी व अन्य कारोबारियों को बेचकर वह ब्लैकमेलिंग करता है। उसके खिलाफ 70 से अधिक पीडि़तों ने कोर्ट में परिवाद याचिका दायर किया है। वाधवानी के संबंध पुलिस थानों में कई पुलिस कर्मियों से है जिसका फायद उठाकर कारोबारियों को फंसाने की धमकी आए दिन देता रहता हैं।
वहीं कारोबारियों के इस शिकायत पर पुलिस अधीक्षक आरिफ शेख ने तत्काल प्रभाव से जांच कर आगे की कार्यवाही करने हेतु सीएसपी अभिषेक माहेश्वरी को निर्देश दिए है। इस पूरे मामले पर कारोबारियों ने बताया कि फाइनेंस ब्रोकर मनीष वाधवानी अंवति विहार का रहने वाला है।
जो कि ब्याज पर रकम देने का काम करता हैं। कारोबारियों से इसके एवज में अमानत के तौर पर कोरा चेक लेता है और तय समय सीमा पर ब्याज सहित पैसा वसूलने के बाद चोक वापस नहीं लौटाता बल्कि व्यापारियों को ब्लैकमेल कर उल्टे कारोबारियों को फंसाने की बात करता हैं। आरोपी करोड़ों के गोलमाल में पहले ही फंसा हुआ हैं। बड़े कारोबारियों को टैक्स से बचाने के लिए ब्याज में पैसा चलाता हैं।
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