
1 अप्रैल से नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत होने वाली है। इस साल जनवरी में सरकार ने पब्लिक सेक्टर के दो बैंक- देना बैंक और विजया बैंक के बैंकों बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय को मंजूरी दी थी। इन बैंकों के विलय की योजना एक अप्रैल, 2019 से अस्तित्व में आएगी। इसका मतलब यह हुआ कि 1 अप्रैल से देना बैंक और विजया बैंक के कर्मचारी, खाते, शेयर आदि बैंक ऑफ बड़ौदा के अधीन आ जाएंगे।
ऐसे में अगर आप इन बैंकों के कस्टमर हैं तो यह सुनिश्चित करें कि आपका ईमेल अड्रेस और मोबाइल नंबर बैंक के पास अपडेटेड है या नहीं. दरअसल, बैंक के किसी भी बदलाव के बारे में आपको फोन मैसेज या मेल के जरिए ही दी जाएगी।
इसके बारे में एसबीआई के रिटायर्ड सीजीएम सुनील पंत का कहना है कि विलय से देना और विजया बैंक के ग्राहकों को थोड़ी परेशानी हो सकती है। उन्होंने बताया कि धीरे-धीरे बैंकों के चेकबुक, अकाउंट नंबर या कस्टमर आईडी में बदलाव संभव है। हालांकि इन बदलावों पर आखिरी फैसला बोर्ड करेगी।
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