रायपुर। जशपुर में डीएलएड का प्रशिक्षण ले रहे 89 शिक्षकों की नौकरी विभागीय लापरवाही की वजह से दांव पर लगी है। डीएलएड का प्रशिक्षण ले रहे ये सभी शिक्षक हिन्दी के असाइनमेंट में फेल हो गए हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार ने स्कूलों की शिक्षा में गुणवत्ता लाने सूबे के सभी शिक्षकों को इस साल अप्रैल तक प्रशिक्षित हो जाने का आदेश दिया है, लेकिन जशपुर में डीएलएड का प्रशिक्षण ले रहे 89 शिक्षकों की नौकरी विभागीय लापरवाही की वजह से दांव पर लगी है।
गौरतलब हो कि राज्य शासन ने एक आदेश जारी करते हुए कहा है कि अप्रैल 2019 तक प्रदेश के सभी शासकीय-अशासकीय स्कूलों के शिक्षक अनिवार्य रुप से डीएलएड और बीएड कर प्रशिक्षित हो जाएं।
दरअसल इस डीएलएड का प्रशिक्षण ले रहे ये सभी शिक्षक हिन्दी के असाइनमेंट में फेल हो गए हैं। असाइनमेंट 30 अंकों का होता है, जिसे उत्तीर्ण करने के लिए न्यूनतम 12 अंक लाने होते हैं। इस असाइनमेंट में सभी 89 शिक्षकों को दस से कम अंक मिले हैं।
खास बात यह कि इस असाइनमेंट को प्रशिक्षणार्थी परीक्षा हॉल में नहीं बल्कि घर में ले जाकर तैयार करता है, जिससे इस विषय में फेल होने का सवाल ही नहीं उठता। प्रशिक्षण ले रहे शिक्षकों का आरोप है कि प्रशिक्षण केंद्र के कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से इन सभी शिक्षकों को फेल कर दिया गया है, जिसकी वजह से अब शिक्षक खासे परेशान हैं और अब उनकी नौकरी भी जाने का खतरा बना हुआ है।
वहीं जिले के अधिकारी भी इस मामले में आश्चर्य जताते हुए मामले की जांच की बात कह रहे हैं। इस मामले में डीईओ बीआर धु्रव का कहना है कि इस मामले में आवेदन मुझे मिला है। असाइनमेंट में फेल कर दिए जान की बात आश्चर्य की है। ऐसा होता नहीं है कि कोई असाइनमेंट में फेल हो जाए। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद की तथ्य सामने आएंगे।
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