रायपुर। राज्य की कांग्रेस सरकार निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता के परिवार वालों द्वारा संचालित एमजीएम अस्पताल को लेकर सवाल उठाया है। इसी के चलते एसडीएम ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है।
नोटिस में बिना अनुमति ट्रस्ट में आधा दर्जन अतिरिक्त नाम जोडऩे पर जवाब मांगा गया है। साथ ही पिछले काफी समय से गायब रेखा नायर का ईओडब्ल्यू को सुराग मिल गया है। वह उसकी गतिविधियों पर लगातार निगाह रखे हुए हैं।
विधानसभा रेड स्थित एमजीएम आंख के अस्पताल का संचालन मुकेश गुप्ता के परिवार वाले और करीबी लोगों के द्वारा किया जाता है। बताया जाता है कि ट्रस्ट को मिले गोपनीय दान लेकर पिछले काफी समय से शिकायत मिल रही थी।
ईओडब्ल्यू को जांच के दौरान इसके कुछ साक्ष्य मिले थे। इसकी जानकारी जिला प्रशासन को भेजी गई थी। इसके आधार पर जिला दंडाधिकारी ने गोपनीय रूप से जांच कराई थी। इसकी पुष्टि होते ही अस्पताल प्रबंधन से जुड़े लोगों को प्रशासन को नोटिस जारी किया गया है।
उसके जरिए ही निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता और रजनेश सिंह तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। बताया जाता है कि ईओडब्ल्यू के अफसरों द्वारा पूरी योजना बना ली गई है।
निलंबित डीजी की स्टेनो रही रेखा नायर के बैंक खातों के लेनदेन पर रोक लगा दी गई है । बताया जाता है कि जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में सभी बैंकों को पत्र भेजा गया है। साथ ही किसी भी तरह के लेनदेन करने वाले की सूचना दिए जाने की बात इसमें लिखी गई है।
ईओडब्ल्यू के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने के रेखा नायर की चल-अचल संपत्ति का मूल्याकंन भी कराया जा रहा है। इसके अलावा जिला प्रशासन और रजिस्ट्री आफिस से उसकी संपत्ति की जानकारी मांगी गई है।
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