
रायपुर: छत्तीसगढ़ में सरकार ने मंत्रियों के प्रभार जिले में बड़ा उलटफेर किया है. सीएम पद के दावेदार रहे वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंहदेव को बेमेतरा और कबीरधाम जिले का प्रभार दिया गया है. सिंहदेव के प्रभार वाले सभी जिले बदल दिए गए हैं. यहां तक की पहले उनके पास 3 जिलों का प्रभार था, लेकिन अब दो ही जिले का प्रभार रहेगा. इससे ऐसा लगता है कि सीएम भूपेश बघेल चुनाव से पहले सतर्क हो गए हैं या फिर उन्होंने राजनीतिक खतरे को भांपकर कोई सियासी चाल चली है.
सूबे के वरिष्ठ मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे रायपुर जिले के प्रभारी मंत्री बने रहेंगे, लेकिन रायगढ़ जिला अब उनके पास नहीं रहेगा.0मतलब अब वो सिर्फ एक जिले के प्रभारी मंत्री रहेंगे. वहीं मंत्री ताम्रध्वज साहू भी 2018 विधानसभा चुनावों में सीएम के दावेदार कहे जा रहे थे. अब उनके भी सभी प्रभार जिले को बदल दिया गया है. साहू को महासमुंद और कोरिया का प्रभार दिया गया है. जबकि पहले वो बिलासपुर और गरियाबंद जिला संभालते थे.
मंत्री उमेश पटेल को बलौदाबाजार-भाटापारा, बालोद और जशपुर का प्रभारी बनाया गया है. अमरजीत भगत को राजनांदगांव और गरियाबंद जिले का प्रभारी मंत्री बनाया गया है. मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम को रायगढ़ और कोरबा का प्रभार दिया गया है.
इस मामले में मंत्री कवासी लखमा का कद बढ़ा है और उन्हें अब बस्तर संभाग के पांच जिलों बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंडागांव और नारारणपुर का प्रभार दिया गया है. मंत्री शिव डहरिया को सरगुजा, बलरामपुर-रामानुजगंज और सूरजपुर जिले का प्रभारी बनाया गया है. वहीं मंत्री अनिला भेड़िया को कांकेर और धमतरी का प्रभार दिया गया है. मंत्री रूद्र गुरु मुंगेली और सुकमा के प्रभारी मंत्री होंगे. जबकि मंत्री जयसिंह अग्रवाल बिलासपुर, जांजगीर चांपा और पेंड्रा-गौरेला-मरवाही के प्रभारी मंत्री बनाए गए हैं.
ये है कद घटने की वजह
माना जा रहा है कि इस बदलाव के पीछे की वजह विधायकों से सीएम को मंत्रियों के कामकाज को लेकर मिला फीडबैक है. साथ ही पिछले दिनों संगठन की ओर से मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड बनाने की जानकारी भी सामने निकल कर आई थी. इसे भी एक वजह माना जा रहा है.