कच्चे तेल की कीमतों में फिर आई गिरावट… क्या अब भारत में सस्ता होगा पेट्रोल?

विदेशी बाजारों में पेट्रोल-डीज़ल सस्ता होने से भारतीय बाजारों में पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों से राहत मिली है. देश की तीनों बड़ी पेट्रोलियम कंपनी HPCL-Hindustan Petroleum Corporation Ltd, BPCL-Bharat Petroleum Corporation Ltd, IOC-Indian Oil Corporation Ltd ने सोमवार को पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है.
दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल के दाम 103.97 रुपये के भाव पर स्थिर है. वहीं, एक लीटर डीज़ल की कीमत भी 86.67 रुपये के भाव पर है.
वहीं, पंजाब राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए VAT में कटौती की है. राज्य सरकार की ओर से वैट को घटाने के बाद पंजाब पेट्रोल कीमतों में सबसे अधिक कटौती वाला राज्य बन गया है. पंजाब में पेट्रोल का दाम सबसे अधिक 16.02 रुपये प्रति लीटर कम हुआ है.
अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. पंजाब में पेट्रोल पर वैट 11.27 रुपये प्रति लीटर कम हुआ है. वहीं उत्तर प्रदेश में इसमें 6.96 रुपये प्रति लीटर की कटौती हुई है. उत्तर प्रदेश में भी अगले साल विधानसभा चुनाव हैं. गुजरात में पेट्रोल पर वैट 6.82 रुपये प्रति लीटर घटाया गया है. वहीं ओडिशा ने बिक्रीकर में 4.55 रुपये प्रति लीटर और बिहार ने 3.21 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है.
अब आगे क्या?
विदेशी बाजारों में कच्चा तेल लगातार तीसरे हफ्ते सस्ता हुआ है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ब्रेंट क्रूड की कीमतें 85 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गई थी. जो अब गिकर 81 डॉलर प्रति बैरल के नीचे आ गई है.
वहीं, अमेरिकी डॉलर में आई तेजी से भी कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव है. आने वाले दिनों में अमेरिकी सरकार स्ट्रैटेजिक क्रूड रिजर्व से सप्लाई बढ़ा सकती है.
इस पर एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर ऐसा होता है तो कीमतों में गिरावट आएगी. हालांकि, ये कदम छोटी अवधी में ही अपना असर दिखाएगा. अगले तीन महीने में कीमतों में बड़ी गिरावट की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही है.
इसीलिए घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है. हालांकि, यहां से ज्यादा तेजी की उम्मीद भी नहीं है. यानी पेट्रोल-डीज़ल के दाम ज्यादातर समय स्थिर रह सकते है.