जगदलपुर। बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले में मुख्यालय से 30 किमी दूर एक अदभुत गांव है जहां 39 लागों पर हत्या का प्रकरण दर्ज है और ये सभी जेल में सजा काट रहे हैं। इस गांव के बारे में यह भी दिलचस्प तथ्य है कि गांव के करीब-करीब हर परिवार का कोई न कोई सदस्य हत्या के आरोप में पिछले चार साल से सेंट्रल जेल में सजा काट रहा है।
जानकारी के अनुसार टोनही प्रताडऩा के शक में हुई हत्या के आरोप में पुलिस ने माहका गांव के 39 लोगों पर अपराध पंजीबद्ध कर जेल भेजा है। इनमें एक नाबालिग युवक भी शामिल है, जो बाल सुधार गृह में सजा काट रहा है।
उल्लेखनीय है कि जेल में निरूद्ध किए गए आरोपियों में से करीब एक साल पहले दो आरोपियों की मौत हो चुकी है। वहीं तीन ग्रामीणों की पत्नियों ने जेल में बंद पति की रिहाई की आस छोड़कर अपना दूसरा घर बसा लिया है। जेल में बंद ग्रामीणों के परिवारों की आर्थिक स्थिति अत्यंत ही शोचनीय है।
अपने परिजन की रिहाई के लिए किसी परिजन ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेच दी है, तो किसी ने अपने मवेशी और अन्य वस्तुओं को बेचकर रकम का इंतजाम किया है। कई परिवार ऐसे भी मिले, जिनके जवान बेटे जेल में बंद हैं और बूढ़े मां-बाप की आंखें बेटे की झलक पाने के लिए तरस रही हैं। घर में समर्थ रूप से काम करने वाले सदस्य नहीं होने से इनके खेत- खलिहान भी सूखे पड़े हैं।
इस संबंध में सरपंच सोमाराम हिचामी ने बताया कि हत्या के आरोप में पूरे गांव के लोगों को आरोपी बनाया गया है। 39 लोग जेल में बंद हैं, जिन एक- दो परिवारों के लोग गांव में घटना के समय नहीं थे वे ही अपवाद रूवरूप बच गए हैं।
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