नई दिल्ली। प्रथम प्रवासी सांसद सम्मेलन का आयोजन आज नई दिल्ली में शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने कहा कि प्रवासी भारतीयों के मन से भारत कभी नहीं मिटा। पीएम मोदी ने कहा कि आपको यहां देखकर आपके पूर्वजों को कितनी प्रसन्नता हो रही होगी, इसका अंदाजा हम सभी लगा सकते हैं। वो जहां भी होंगे, आपको यहां देखकर बहुत खुश होंगे। सैकड़ों वर्षों के कालखंड में भारत से जो भी लोग बाहर गए, भारत उनके मन से कभी बाहर नहीं निकला। प्रवासी भारतीय ने जहां एक तरफ खुद में भारतीयता को जीवित रखा, तो दूसरी तरफ वहां की भाषा, वहां के खान-पान, वहां की वेश-भूषा में भी पूरी तरह घुल-मिल गए। पीएम मोदी ने कहा कि आपने अनुभव किया होगा कि पिछले तीन-चार वर्षों में भारत के प्रति नजरिया बदल गया है। हम पर फोकस बढ़ रहा है, विश्व का हमारे प्रति नजरिया बदल रहा है, तो इसका मुख्य कारण यही है कि भारत स्वयं बदल रहा है, ट्रांसफॉर्म हो रहा है। प्रवासी भारतीयों की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि देश का गौरव बढ़ाने के लिए भारत के प्रवासी बधाई के हकदार हैं। व्यापार करने के लिए हमने नियम में सुधार किये।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में जो भी निवेश हुआ है। उसका आधा निवेश पिछले 3 सालों में हुआ। गुड्स एंड सर्विस टैक्स ( जीएसटी) से देश का सुधार किया है। सैकड़ों टैक्स के जाल से भारत को निकाला है। भारत अभी दुनिया का सबसे नौजवान देश है। पीएम मोदी ने कहा कि हमने दोगुनी गति से रेलवे लाइनों का दोहरीकरण किया है।
सम्मेलन के एक सत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी शामिल हो रहे हैं। इस सत्र की अध्यक्षता राज्यसभा के उपसभापति करेंगे। दूसरे सत्र में संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार विशेष अतिथि होंगे, जिसकी अध्यक्षता लोकसभा के उपाध्यक्ष करेंगे। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन समापन सत्र में हिस्सा लेंगे।
भारत सरकार हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन करती है। दरअसल, महात्मा गांधी इसी दनि दक्षिण अफ्रीका से साल 1915 में स्वदेश वापस लौटे थे. महात्मा गांधी को सबसे बड़ा प्रवासी माना जाता है जिन्होंने न सिर्फ भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया बल्कि भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया।
Add Comment