नई दिल्ली। पाकिस्तान में बंदी बनाए जाने के करीब 54 घंटे बाद भारतीय विंग कमांडर अभिनंदन की आज वतन वापसी हो रही है। उनके देश वापसी का पूरा देश इंतजार कर रहा है। वहीं वाघा बॉर्डर पर अभिनंदन का स्वागत करने पहुंचे लोगों में भारी उत्साह और जोश है।
पाकिस्तानी कब्जे में जाने के 54 घंटे बाद अभिनंदन को पाकिस्तान ने लौटाया और अब हमारा वीर सपूत हमारे बीच है। लेकिन ये भारत की वीर पुत्र के शौर्य और भारत की ताकत और पराक्रम की जीत है। हम आपको बताते हैं कि कैसे भारत ने सख्त रुख और कूटनीतिक दांव से सिर्फ 54 घंटे में इस मुश्किल मिशन को पूरा किया।
पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी हमला हुआ तो हमारी वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के अंदर 100 किलोमीटर तक घुसकर पाकिस्तान में बालाकोट और पीओके के आतंकी ठिकानों पर कहर बरपा दिया। भारतीय एक्शन से बौखलाया पाकिस्तान जवाब देने के लिए अगले ही दिन भारत में घुस आया।
पाक प्लेन को ऐसे किया नेस्तनाबूद
27 फरवरी को सुबह 10 बजे के आसपास भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तानी विमान एफ-16 को अभिनंदन ने ने अपने पराक्रम से आसमान में पाकिस्तान के अत्याधुनिक एफ-16 विमानों के छक्के छुड़ा दिए। जाबांज पायलट ने पुराने मिग विमान एमआईजी 21 बायसन से ही एफ 16 को खदेड़ दिया। एफ 16 का मलबा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में मिला।
आसमान में हुए इस जंग की चपेट में विंग कमांडर अभिनंदन का मिग-21 बायसन भी आया। दरअसल दुश्मनों के खदेड़ते हुए मिग-21 बायसन में अब कुछ भी हो सकता था। ऐसे में विंग कमांडर अभिनंदन से पैराशूट से छलांग लगा दी और जब वे जमीन पर पहुंचे वे इलाका पीओके का था।
अभिनंदन के हौसले से पस्त पाकिस्तान
दुश्मन के विमान को मार गिराने के लिए पीओके में घुसे अभिनंदन ने दुश्मन के कब्जे में जाकर भी अदम्य साहस दिखाया। जब उनका विमान गिरा तो उस वक्त भी उन्होंने अपना पराक्रम दिखाकर पाकिस्तानियों को हैरान कर दिया। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पीओके में पैराशूट से अभिनंदन एक तालाब में कूदे और कुछ दस्तावेज और मैप्स निगलने की कोशिश की।
अभिनंदन ने वहां जमा हुए लोगों से पूछा कि वह भारत में हैं या पाकिस्तान में जिसके जवाब में एक बच्चे ने चालाकी दिखाते हुए कहा कि वह भारत में ही हैं। पायलट ने इसके बाद नारे लगाए और पूछा कि भारत में वह किस जगह पर है।
उसी लड़के ने अभिनंदन को बताया कि वह किला में हैं। अभिनंदन के देशप्रेम भरे नारों को कुछ पाकिस्तानी युवा पचा नहीं पाए और पाकिस्तान आर्मी जिंदाबाद का नारा लगा दिया। अभिनंदन समझ गए कि वह पाकिस्तान में हैं लेकिन बिना डरे उन्होंने हवा में फायरिंग की।
हाथों में पत्थर लिए हुए लोगों को डराने के लिए भारतीय पायलट ने हवा में फायरिंग की। इस मुश्किल परिस्थिति में भी अभिनंदन ने साहस बनाए रखा और पाकिस्तान के आम नागरिकों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा। वह एक तालाब में कूदे और अपनी जेब से कुछ डॉक्युमेंट निकालकर उन्हें नष्ट करने की कोशिश की, ताकि पाकिस्तानी सेना के हाथ कुछ ना आ पाए।
इसके बाद पाकिस्तान ने एक वीडियो जारी किया जिसमें उनसे सेना का अफसर कोई सवाल पूछ रहा था और वे जवाब देने से साफ मना कर रहे थे। दुश्मन की कैद में होने के बावजूद भारतीय पायलट अभिनंदन की हिम्मत बिल्कुल भी डगमगाती दिखाई नहीं देती है। अभिनंदन के पिता भी वायुसेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
पाकिस्तानी सेना के कब्जे में भी विंग कमांडर अभिनंदन सीना ताने, सर उठाए खड़े रहे और किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया। पूरे देश में अभिनंदन की वापसी की दुआएं होने लगी और भारत सरकार ने साफ कर दिया कि पाकिस्तान को हमारे पायलट को बिनी किसी शर्त, बिना नुकसान पहुंचाएं सौंपना ही होगा।
जिस तरह से भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी कारखाने पर हमला किया। पीओके में दूसरे आतंकी कैंपों को नेस्तनाबूत किया। उससे पाकिस्तान बुरी तरह से डर गया था। पाकिस्तान को डर था कि भारत अपने पायलट अभिनंदन को छुड़ाने के लिए कोई बड़ा फैसला कर सकता है। इस्लामबाद की पैनी नजर दिल्ली में हो रही हर हलचल पर थी।
आज हिंदुस्तान अपने शूरवीर पायलट का अभिनंदन कर रहा है जो पाकिस्तान की आबोहवा देखकर आ रहा है, लेकिन भारत का रुख साफ है कि पुलवामा कांड का मास्टरमाइंड मसूद अजहर बहुत दिनों तक आजाद नहीं घूम सकता है।
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