रायपुर। प्रदेश में स्वाइन फ्लू से लगातार लोगों की मौत हो रही हैं। लेकिन विभाग मौन धारण किया हुआ हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के क्षेत्र पाटन विधानसभा में एक युवक की मौत स्वाइन फ्लू से हो गई हैं।
वहीं कुछ रोज पूर्व दुर्ग-भिलाई में लोगों की मौत इस बीमारी से हुई हैं। जिसका प्रमुख कारण है समय पर जांच रिपोर्ट न मिल पाना। हालांकि विभाग अलर्ट जारी कर खाना-पूर्ति करते हुए इस बात का जिक्र जरूर करते हैं कि खांसी, सर्दी,बुखार होने पर तत्काल प्रभाव से संबंधित चिकित्सालय में जाकर इलाज कराए जहां प्रारंभिक जांच में चिकित्सक वायरल कह कर मरीज को विदा कर देते है या फिर जांच कर रिपोर्ट का इंतजार करते हैं। जब रिपोर्ट आती है तो निगेटिव बताया जाता हैं।
जिससे मरीज निश्चित होकर सर्दी, बुखार का इलाज करवाता है। इसी बीच मरीज की हालत बिगड़ जाती है और दुनिया को अलविदा कह जाता हैं। ऐसा ही मामला प्रशासन में संयुक्त संचालक के पद पर पदस्थ्य महेन्द्र जंघेल के साथ हुआ है।
विभागीय कार्य की बैठक में शामिल होने गए दिल्ली से आने के बाद अचानक जंघेल की तबीयत खराब होने लगी इसी बीच उन्हें विभागीय अफसरों ने स्वाइन फ्लू की जांच करवाने को कहा। जब उन्होंने अपनी जांच करवाई तो रिपोर्ट आने में समय लगा जब रिपोर्ट आई तो स्वाइन फ्लू निगेटिव बताया गया ।
इसी बीच उनकी हालत बिगड़ी और निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी जांच रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाया गया और रिपोर्ट आने के बाद उनकी और हालत खराब होने से उनकी मौत हो गई। जंघेल की मौत की वजह शासन की जांच रिपोर्ट में देरी होना भी प्रमुख माना जा सकता हैं। वहीं स्वाइन फ्लू से हो रही मौतों पर स्वास्थ मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने भी चिंता जताई हैं।
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