कोरबा। कोरबा शहर में स्वाईन फ्लू की चपेट में आने से एक वृद्ध की मौत हो गई। उन्हें स्वाईन फ्लू पॉजीटिव होने पर रायपुर रिफर किया गया था कि अस्पताल की दहलीज पार करने से पहले दम तोड़ दिया। उनकी पत्नी की रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर रायपुर रिफर किया गया है। पूरे परिवार को स्वाईन फ्लू की जांच कराने की सलाह दी गई है।
जानकारी के अनुसार पोड़ीबहार क्षेत्र के निवासी व डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी ताप विद्युत गृह में कार्यरत 59 वर्षीय विद्युत कर्मी अपनी 55 वर्षीय पत्नी के साथ 8 दिन पहले विवाह समारोह में शामिल होने रायपुर गए थे। वहां से लौटने के बाद सर्दी,खांसी, बुखार की शिकायत दोनों को हुई। इन्हें तबियत बिगडऩे पर उपचार के लिए कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के संचालक डॉ. विशाल उपाध्याय ने बताया कि स्वाईन फ्लू का अंदेशा होने पर दोनों की जांच कराई गई।
चूंकि कोरबा जिले में एक मात्र निजी अस्पताल डॉ.वंदना चंदानी के लैब में स्वाईन फ्लू की जांच की सुविधा है इसलिए यहां जांच कराई गई। जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर उन्हें रायपुर रिफर किया गया। 19 फरवरी की रात उन्हें रायपुर ले जाने के लिए अस्पताल से निकाला जा रहा था कि परिसर में ही दम तोड़ दिया।
उनकी पत्नी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर रायपुर के रामकृष्ण केयर हास्पिटल में भर्ती कराया गया है। मृतक के पुत्र ने बताया कि उनकी मां की हालत में सुधार है और खतरे से फिलहाल बाहर है। चूंकि परिवार के दूसरे सदस्य भी सर्दी, खांसी से पीडि़त हैं और स्वाईन फ्लू का संक्रमण की आशंका पर डॉ. विशाल उपाध्याय द्वारा सभी को परीक्षण कराने की सलाह दी गई।
परिवार के लोगों ने बताया कि शेष सभी 11 सदस्यों ने डॉ. चंदानी के लैब में स्वाईन फ्लू की जांच कराई है जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आने पर सबने राहत की सांस ली है। दूसरी ओर इस मामले में जिले के नवपदस्थ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.बीबी बोर्डे से जानकारी चाहने पर कहना था कि उन्होंने आज ही चार्ज लिया है। स्वाईन फ्लू से मौत की सूचना जरूरी मिली है पर वे नहीं जानते कि उक्त लैब को स्वाईन फ्लू टेस्ट करने की पात्रता है या नहीं। उनकी जानकारी में स्वाईन फ्लू जांच के लिए मेडिकल कॉलेज रायपुर और जगदलपुर का बारोलॉजी लैब ही अधिकृत है।
यह भी देखें :
डॉ. प्रियंका शुक्ला को स्वास्थ्य संचालक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया.. जशपुर की रह चुकी हैं कलेक्टर…
Add Comment