पुलवामा/श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद आज एक बार फिर बड़ा एनकाउंटर हुआ है। पुलवामा के ही पिंगलिना में हुई इस मुठभेड़ में सेना के 4 जवान शहीद हो गए हैं। सुरक्षाबलों ने भी जैश-ए-कमांडर के दो कमांडरों को मौत के घाट उतार दिया है। उम्मीद जताई जा रही है कि ये दोनों आतंकी कामरान और गाजी राशिद हैं, जिन्होंने पुलवामा में हुए आतंकी हमले की साजिश रची थी।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद से ही देश गुस्से में है। सरकार की ओर से खुली छूट मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकियों के खिलाफ एक्शन शुरू किया है। सोमवार सुबह पुलवामा जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन छेड़ दिया है, इस एनकाउंटर में 2-3 आतंकियों को घेरा गया था। एनकाउंटर के मद्देनजर पूरे क्षेत्र में कर्फयू लगा दिया गया है।
इस एनकाउंटर में जैश-ए-मोहम्मद का टॉप कमांडर कामरान भी घिरा था, कामरान कई हमलों का मास्टरमांइड रह चुका है, जिसमें हाल ही में हुआ पुलवामा आतंकी हमला भी शामिल है। इस बीच दिल्ली के गृह मंत्रालय में बड़ी बैठक चल रही है।
पिछले तीन घंटे से फायरिंग रुकी हुई थी, लेकिन फिर शुरू हुई और आतंकियों को ढेर कर दिया गया। हालांकि सर्च ऑपरेशन जारी है। ये ऑपरेशन देर रात 12 बजे से चल रहा था, पूरी रात दोनों तरफ से गोलीबारी हुई. इलाके को घेर कर गांव वालों को बाहर निकाला जा रहा है।
देर रात को इस ऑपरेशन को 55 आरआर,सीआरपीएफ और एसओजी के जवानों ने मिलकर चलाया। पुख्ता जानकारी मिलने के बाद ही सुरक्षाबलों ने इस ऑपरेशन को शुरू किया। जो जवान इस मुठभेड़ में शहीद हुए हैं उनमें मेजर डीएस डोंडियाल, हेड कॉन्स्टेबल सेवा राम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरी सिंह शामिल हैं. एक जवान घायल है जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बताया जा रहा है कि जो आतंकी घिरे हैं वह भी जैश-ए-मोहम्मद के ही हैं। ये सभी आदिल अहमद डार के साथी ही हैं। इस एनकाउंटर में एक स्थानीय नागरिक की मौत हो गई है। इलाके को चारों ओर से घेर लिया गया है।
ये एनकाउंटर सोमवार तड़के शुरू हुआ। एनकाउंटर में घायल हुए जवानों को एनकाउंटर वाले इलाके से निकाल कर श्रीनगर आर्मी हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया था, लेकिन वहां पर उनकी मौत हो गई. एहतियात के तौर पर पुलवामा जिले में इंटरनेट बंद कर दिया है।
40 जवान हुए थे शहीद
आपको बता दें कि 14 फरवरी की दोपहर पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने एक आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था, इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद से ही देश में गुस्सा है और आतंकियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की मांग हो रही है। ये हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार ने किया था, जो अपनी गाड़ी में बम फिट कर ष्टक्रक्कस्न के काफिले में घुस गया था।
पाकिस्तान पर सरकार बना रही दबाव
आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है। भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान से होने वाले आयात को 200 फीसदी बढ़ा दिया है, ताकि उसके लिए भारत से व्यापार आसान ना हो सके. इसके अलावा पाकिस्तान को मिला मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा भी छीन लिया गया है।
भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान को घेरने के लिए प्लानिंग कर रहा है, जैसे आतंकियों के खिलाफ डोजियर तैयार करना और अन्य देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट करना।
सेना को मिली खुली छूट
40 जवानों पर हुए इस हमले के बाद से ही भारत सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह सार्वजनिक मंचों से बयान दे चुके हैं कि उन्होंने सेना को खुली छूट दी है। पीए मोदी ने कहा था कि उन्होंने सेना को कहा है कि बदला लेने की जगह और समय वह खुद तय करें। बता दें कि हमले के बाद से ही बैठकों को दौर जारी है और रणनीति पर काम चल रहा है।
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