रायपुर। अंतागढ़ टेपकांड मामले में जांच की जद में आने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता द्वारा डीकेएस अस्पताल में खरीदी व भर्ती मामले में जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इस जांच के लिए राज्य शासन ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। समिति को 9 बिंदुओं के आधार पर जांच कर 15 दिनों में रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
इस कमेटी में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव एपी त्रिपाठी को जांच समिति का अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं विभाग की संयुक्त सचिव प्रियंका शुक्ला व चिकित्सा शिक्षा संचालनालय में पदस्थ उप संचालक रत्ना अजगले समिति में सदस्य बनाई गईं हैं।
पुराने मंत्रालय में डीकेएस सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के प्रोजेक्ट की शुरुआत से ही डॉ. पुनीत गुप्ता जुड़े रहे हैं। पिछली सरकार में उन्हें अस्पताल का अधीक्षक बनाया गया था। उन्हीं के कार्यकाल में तमाम खरीदी और भर्ती की गई थी। जिसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगे हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा में मौजूदा सत्र में भी कांग्रेस विधायक डॉ. विनय जायसवाल ने ध्यानाकर्षण के जरिए इस मामले को उठाया था।
इन बिंदुओं पर समिति करेगी जांच
- डीकेएस पोस्ट ग्रेजुएट एवं रिसर्च सेंटर रायपुर के संचालन हेतु पूर्व में प्रस्तुत किए गए विस्तुत परियोजना रिपोर्ट में प्रस्तावित राशि कितनी है।
- परिवर्तन हेतु अतिरिक्त राशि हेतु बैंक ऋण की कितनी राशि की स्वीकृति जारी की गई थी।
- उक्त राशि का व्यय किन किन में एवं कितना कितना व्यय किया।
- डीकेएस हेतु किन-किन सेवाओं हेतु टेंडर प्रक्रिया अपनाई गई एवं टेंडर किस किस कंपनी को प्रदाय किया गया। क्या टेंडर प्रक्रिया के पूर्व विधिवत अनुमोदन प्राप्त किया गया है।
- संचालन हेतु कितने उपकरणों को अनुमोदन प्राप्त था जिसमें से कितने उपकरण वर्तमान में संचालति हैं। क्या इन उपकरणों के क्रय में भंडार क्र्य नियम अथवा जेम द्वरा लागू नियमों का पालन किया गया है।
- डीकेएस पोस्ट गेजुएट इंस्टीट्यूट एवं रिसर्च सेंटर रायपुर के कैंपस में जो दुकानें खुली है उनको वहां संचालित करने हेतु क्या अनुमोदन प्राप्त किया गया था एवं इस हेतु क्या प्रक्रिया अपनायी गई है।
- डीकेएस पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट एवं रिसर्च सेंटर रायपुर के संचालन हेतु वर्तमान में कितने चिकित्स, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के स्टाफ कार्यरत है एवं उनकी पदस्थापना किस प्रकार की गई है।
- तृतीय एव चतुर्थ स्टाफ को संविदा प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से नियुक्त किया गया है यदि संविदा से नियुक्त की गई है तो संविदा नियुक्ति हेतु किससे अनुमोदन प्राप्त किया गया है यदि नियमित नियुक्ति की गई है तो अनुमोदन कब प्राप्त किया गया है आदि।
- उपरोक्त बिंदुओं के अतरिक्त जो डीकेएस पोस्ट ग्रेजुएट एवं रिसर्च सेंटर रायपुर की स्थापना/संचालन से संबंधित हों।
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