भिलाई। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद से साप्ताहिक अवकाश सहित अपनी अन्य मांगों के पूर्ण होने की राह देख रहे पुलिसकर्मियों में फिर से आंदोलन की सुगबुगाहट है। इसके लिए सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल भी हो रहा है। दूसरी ओर पुलिस मुख्यालय आंदोलन को रोकने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
साप्ताहिक अवकाश, वेतन वृद्धि सहित कार्य का समय निर्धारित करने की मांग को लेकर 8 महीने पहले पुलिस परिवारों ने रायपुर में बड़ा आंदोलन किया था। नई सरकार बनने के बाद पुलिस परिवार इन मांगों के पूर्ण होने की राह देख रहे हैं लेकिन अभी तक उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है।
इस वजह से पुलिस आंदोलन की सुगबुगाहट फिर से दिख रही है। सोशल मीडिया पर मैसेज वायरल भी हो रहा है। इस देखकर पुलिस मुख्यालय ने प्रदेश के सभी एसपी को पत्र लिखकर सचेत किया है कि वे आंदोलन से जुड़ी गतिविधियों पर अपनी नजर रखें।
यदि कोई भी बैठक या अन्य गतिविधि होती है तो अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराएं। राज्य के एडीजी गुप्त वार्ता विभाग ने प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर सचेत किया है कि पुलिस परिवारों द्वारा अपनी पुरानी मांगों को लेकर लोकसभा चुनाव से पहले फिर आंदोलन किया जा सकता है।
एडीजी के हस्ताक्षर से जारी यह पत्र सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है जिसमें लिखा हुआ है कि आरक्षक संतोष कुमार ने सोशल मीडिया के माध्यम से आंदोलन का प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया है। इस संबंध में जिले के एसपी को निर्देशित किया गया है कि वे अपने सूचना तंत्र को मजबूत करें।
जिन परिवारों ने पिछले आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाई थी उन पर निगरानी रखें। यदि कहीं आंदोलन की स्थिति बनती है तो कानून और सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। साथ ही अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी पल-पल जानकारी देते रहें ताकि उसके हिसाब से तैयारी की जा सके। डीपी गुप्ता के नाम से जारी आदेश 6 फरवरी 2019 को जारी हुआ है।
ज्ञात हो कि 8 महीने पहले हुए पुलिस परिवारों के आंदोलन को रोकने के लिए तगड़ी घेराबंदी हुई थी। हर जिले के प्रमुख मार्गों पर नाकेबंदी कर पुलिस परिवारों को रास्ते पर रोक दिया गया था। वहीं रायपुर में भी विपरीत स्थिति निर्मित हो गई थी। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ही पुलिस परिवारों की मांग को शामिल किया था। इसलिए नई सरकार से पुलिस परिवारों को काफी ज्यादा उम्मीदें हैं।
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