रायपुर। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के डेढ़ माह बाद भूपेश बघेल आज मुख्यमंत्री निवास में गृह प्रवेश कर रहे हैं। भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री निवास में गृह प्रवेश के लिए कोई विशेष तामझाम नहीं किया गया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी की मानें, तो मुख्यमंत्री निवास में रूटीन प्रक्रिया के तहत मामूली मरम्मत और रंगरोगन का काम कराया गया है। इसके अतिरिक्त वहां किसी भी तरह से कोई खर्च नहीं किया गया।
जानकारों की मानें, तो रंगरोगन और मरम्मत के काम में महज साढ़े चार लाख रुपए खर्च हुआ होगा। जानकारों की मानें, तो प्रदेश में चुनाव होनेे के बाद मंत्री और अधिकारियों के बंगलों में जहां करोड़ों खर्च होते हैं, वहीं राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार महज कुछ साढ़े चार लाख रुपए खर्च हुआ होगा।
प्रदेश में चुनाव होने के बाद मंत्री और अधिकारियों के बंगलों में जहां करोड़ों खर्च होते हैं, वहीं राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार महज कुछ लाख रुपए खर्च कर मुख्यमंत्री निवास में जरूरी मरम्मत और रंगरोगन किया गया है।
साथ ही कुछ कमरों के परदे, चादर तकिया भी बदले गए हैं। मुख्यमंत्री निवास में किसी भी प्रकार से कोई इंटीरियर डेकोरेशन नहीं किया गया, जबकि इंटीरियर डेकोरेशन में रंगरोगन से ज्यादा खर्च होता है।
मुख्यमंत्री ने दिए थे निर्देश
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला के मुताबिक मुख्यमंत्री बनने के बाद भूपेश बघेल जब पहली बार मुख्यमंत्री निवास गए थे, उस समय उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि मुख्यमंत्री निवास में किसी तरह से कोई फिजूल खर्च न किया जाए। निवास में केवलसाफ सफाई की जाए। मुख्ममंत्री सादगी पसंद है, इसलिए उन्होंने अपने काफिले से गाड़ी कम करादी। साथ ही अपनी सुरक्षा में कटौती की है।
कई बंगले चर्चा का विषय
प्रदेश के कई जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के बंगलों पर अनाप—शनाप खर्च की बात सामने आती रही है। इसमें एक बंगले की खासी चर्चा रही। वहां वाशरूम में एसी तक लगाया गया था। तबादले के बाद आने वाले सामान्य अफसर भी रेनोवेशन के नाम पर तगड़ा खर्च करवाते रहे हैं।
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