भिलाई। हेमचंद यादव विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा के दौरान नकल के मामले में 44 परीक्षार्थियों की सेमेस्टर परीक्षा रद्द कर दी गई है। जबकि इसी मामले में 20 विद्यार्थियों का उसी विषय का परिणाम रद्द किया गया है। विश्वविद्याल के इस दोहरी नीति से विद्यार्थी परेशान हैं। इस मामले में एक छात्रा ने उच्च शिक्षा विभाग के सचिव को पत्र लिखकर रियायत की मांग की है।
भिलाई महिला कॉलेज की छात्रा मौसम कुमारी ने सोमवार को मंत्रालय पहुंचकर उच्च शिक्षा सचिव को पत्र सौंपा है। छात्रा ने बताया कि वह बीएड दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा दे रही थी। परीक्षा हाल में उडऩदस्ता की टीम ने जांच की और वहां परीक्षा दे रहे 66 परीक्षर्थियों के खिलाफ नकल प्रकरण बना दिया।
मौसम कुमारी के हाथ में टीम को कुछ शब्द लिखा हुआ मिला। जिसके आधार पर नकल प्रकरण बना दिया गया। छात्रा का कहना है कि उसने किसी भी अनुचित साधन का परीक्षा में उपयोग नहीं किया था। उस समय उन्होंने अधिकारियों से काफी विनती की थी।
1 दिसंबर 2018 को विश्वविद्यालय के वेबसाईट पर अनुचित साधन के तहत कार्रवाई किए गए परीक्षार्थियों की सूची जारी की गई। इस कार्रवाई के बाद छात्रा ने सचिव एवं कुलपति से क्षमा याचन भी लगाई थी। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने कोई सुनवाई नहीं की। ना ही उसके पास को पत्र आया।
छात्रा का कहना है कि नियम के तहत जिस विषय में नकल करते पकड़ा गया था उस विषय का परिणाम रोकना था। लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा पूरे सेमेस्टर परीक्षा ही रद्द कर दिया गया है। इससे वह आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं। जबिक 20 विद्यार्थियों का उसी विषय का परीक्षा रद्द किया गया है।
जबिक 44 परीक्षार्थियों के सेमेस्टर परीक्षा ही रद्द कर दिया गया है। इस वजह से 44 परीक्षार्थी आगे पढ़ाई से वंचित हो गए हैं। जबकि बीएड की पढ़ाई एडमिशन के तीन वर्ष में पूरी करनी होती है। दो साल वह पढ़ाई कर चुकी हैं।
इस वर्ष उसे तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा देने का मौका नहीं दिया गया। इस वजह से वह अपने कैरियर को लेकर काफी परेशान हैं। उन्होंने उच्च शिक्षा विभाग से सेमेस्टर परीक्षा में रियायत देने की मांग की है।
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