कोंडागांव। यह देखना सुखद: है कि पूर्व मे जिले के जिन स्थानो की पहचान एक अशांत क्षेत्र के रूप मे थी आज वहां जनजागरण की लहर देखने को मिल रही है। और इस लहर ने स्थानीय जन जीवन के सभी पहलुओ को एक साथ प्रभावित किया है। विकासखण्ड फरसगांव का ग्राम भोंगापाल की भी गिनती इन्हीं अशांत क्षेत्रो मे होती थी। जहां एक समय इस क्षेत्र में खौफ और डर का साया था। आज इसी वन ग्राम भोंगापाल में आयोजित खेल महोत्सव के सफल आयोजन से क्षेत्र मे विकास एंव बदलाव की बानगी देखने को मिल रही है।
जिस प्रकार इस खेल महोत्सव में ग्रामीण युवक एंव युवतियों ने विभिन्न प्रकार के खेलो जैसे कबड्डी, वॉलीबाल, तीरदांजी मे जिस उत्साह पूर्वक भाग ले रहे है वह वास्तव मे काबिले तारीफ है। इसके अलावा पूरे ग्राम में मेले मड़ई जैसा आयोजन दिखाई दे रहा है और तरह-तरह के खाने-पीने के स्टॉल दैनिक जरुरतो के दुकान भी आयोजन स्थल में खुल गए है।
इस मौके पर पहुंचे कलेक्टर नीलकण्ठ टीकाम ने युवा खिलाडिय़ो को उत्साह वर्धन किया। इस संबंध में उनका मानना था कि इस क्षेत्र मे प्रतिभाओ की कमी नही है। अगर इन प्रतिभाओ को सही तरीके से फोकस किया जाये तों यहां से भी राष्ट्रीय अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी निकल सकते है।
उन्हे बस एक बेहतर मंच उपलब्ध कराने की आवश्यकता है। इस तथ्य को ध्यान मे रखकर सभी विकास खण्डो मे स्थानीय स्तर पर खेल प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जा रहा है।
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