नई दिल्ली। ‘बिग-बी’…इन दो शब्दों से देश का बच्चा-बच्चा परिचित है। सब जानते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री के बेताज बादशाह अमिताभ बच्चन को ‘बिग बी’ कहा जाता है। अब चौंकाने वाली खबर यह है कि देश में दूसरा बिग-बी आ गया है।
हालांकि दूसरे बिग बी को उनके असली नाम से तो सब जानते हैं, मगर उन्हें यह नहीं मालूम था कि वे भी बिग बी हैं। आपको बताते हैं कि ये दूसरे बिग-बी कौन हैं। कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘बिग बी’ का नाम दिया है। साथ ही कई मुद्दों को लेकर पार्टी दूसरे बिग बी पर हमलावर भी हो गई है।
कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता डॉ. अभिषेक मनु सिंघवी ने सोमवार को एक प्रेसवार्ता के दौरान कई बार बिग-बी शब्द का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, अब गैर-कानूनी इनफोर्मेशन क्या है, यह भेजने वाले निर्णित नहीं करेंगे, मैं रिसीव करने वाला भी वह निर्णित नहीं करुंगा, ये सब मोदी सरकार निर्णित करेगी, बिग ब्रदर (बिग-बी) निर्णित करेंगे। आपके द्वारा कोई संदेश भेजा रहा है तो बिग-बी की एजेन्सी उसमें हस्तक्षेप कर सकती है। बिग बी इस देश में निजता नाम की कोई चीज ही नहीं छोड़ेंगे।
सिंघवी ने दूसरे बिग-बी के लिए कई अन्य शब्दों का भी इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा, अभी तक आपने चौकीदार (बिग-बी) की एक विकृत परिभाषा इस देश में लागू होती हुई देखी है। अब देश ये भी समझ गया है कि जुमलेबाज (बिग-बी) जासूस भी है। विश्व के सबसे बड़े जासूस और जासूसी के सबसे बड़े ढांचे पर अध्यक्षता करने वाले हमारे प्रधानमंत्री बन गए हैं।
सिंघवी ने बिग-बी सिंड्रोम…शब्द भी आगे कर दिया…
राज्यसभा सांसद सिंघवी ने कहा- आज यदि कोई गैर संवैधानिक जासूसी एजेन्सी खोलना चाहता है तो उसे सत्तारुढ़ पार्टी, प्रधानमंत्री और सरकार से सीखना चाहिए। इसके पीछे मोदी का उद्देश्य सिर्फ एक है कि ‘बिग ब्रदर सिंड्रोम’ और जासूसी के सिंड्रोम में हम सब आतंक में रहें। ये बिग ब्रदर राज है, ये अव्वल दर्जे के जासूस का राज है। कांग्रेसी नेता बोले, मोदी यानी बिग बी कुछ भी गोपनीय नहीं छोड़ेंगे।
Add Comment