कोंडागांव। प्रधान मुख्य वन संरक्षक केसी यादव, डीएफओ बीएस ठाकुर, वन परिक्षेत्र अधिकारी गजेंद्र पांडे सहित अधिकारियों के दल ने मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म पहुंचकर भ्रमण निरीक्षण किया। छत्तीसगढ़ में पहली बार बहुमूल्य वृक्ष विलो और अपनी बेजोड़ खुशबू के लिए प्रसिद्ध विश्व विख्यात दमिश्क के गुलाब के पौधों का रोपण मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म और रिसर्च सेंटर चिखलपुटी में किया। उल्लेखनीय है कि, धोनी, विराट कोहली और डिविलियर्स जैसे प्रसिद्ध क्रिकेटरों के बहुमूल्य क्रिकेट बैट इसी पेड़ की लकड़ी से बनते हैं।
इसके अलावा खेल के साजो सामान बनाने के लिए इसे सर्वश्रेष्ठ लकड़ी माना जाता है। इस बेशकीमती पेड़ की व्यवसायिक खेती भारत शासन के शीर्ष शोध संस्थान सीएसआईआर, कोण्डागांव में मां दंतेश्वरी हर्बल फार्म व रिसर्च सेंटर के माध्यम से प्रारंभ की जा रही है। इन गुलाबों से गुलाब का सुगंधित तेल निकाला जाएगा जो की खुशबुओं का राजा माना जाता है तथा इसके ढेर सारे औषधी उपयोग भी हैं।
वन संरक्षक यादव ने कहा कि इस बहुमूल्य वृक्ष विलो वृक्षारोपण तथा इसके बीच में अंतर भर्ती फसलों के रूप में स्टीविया सफेद मुसली, दमिश्क गुलाब की खेती से बस्तर क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की तस्वीर बदलेगी विशेषकर क्षेत्र के आदिवासी युवाओं को इससे बेहतर रोजगार मिलेगा और जीवन स्तर ऊंचा उठेगा इस हेतु राज्य शासन की ओर से हरसंभव सहायता मदद तथा मार्गदर्शन दिया जाएगा। इस अवसर पर अनुराग त्रिपाठी, संपदा समाजसेवी समूह की जसमति नेताम, शिप्रा त्रिपाठी, इंदु पचौरी शर्मा, कृष्णा नेताम, शंकर नाग, अपूर्वा त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
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