कोंडागांव, 19 दिसंबर। अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ और नेशनल यूनियन ऑफ ग्रामीण डाक सेवको के संयुक्त आव्हान पर 18 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल का आव्हान किया गया है। डाक विभाग द्वारा ग्रामीण डाक सेवको के प्रति पक्षपात कार्रवाई व अडिय़ल रवैये के कारण कोंडागांव और माकड़ी उपडाकघर के समसत ग्रामीण डाक कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।
ग्रामीण डाक सेवकों की हड़ताल से ग्रामीण क्षेत्र की डाक वितरण जैसे एटीएम, पैन कार्ड, शासकीय पत्र, कॉल लेटर जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज का वितरण नही हो रहा है। साथ ही साथ बैंकिग सेवाऐं जैसे एसबी, आरडी, सुकन्या संमृद्धि, ग्रामीण डाक जीवन बीमा जैसये सेवांए प्रभावित हो रही है। डाक सेवको का कहना है जब तक उनकी मांगों को सरकार पूरा नही करती है तब तक हडताल जारी रहेगा।
डाक सेवक प्रतिदिन अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर डटे हुए है। हड़ताली कर्मियों की है कि 1 जनवरी 2016 से ग्रामीण डाक सेवकों के लिए गठित कमलेश चन्द्र कमेटी रिपोर्ट को पूर्ण रुप सेे लागू कर ग्रेच्युटी की सीमा 1 लाख 50 हजार से बढ़ाकर 5 लाख किया जाए, ग्रुप इन्श्यूयोरेन्स स्कीम को भी उक्त कमेटी के अनुशंसा के अनुरुप 5 लाख किया जाए, अंशदान 500 रुपए प्रतिमाह किया जाए,
ग्रामीण डाक सेवको को क्रमश: 12, 24 व 36 वर्ष पूर्ण करने पर पदोन्नति सह वितीय उन्नयन का लाभ दिया जाए, ग्रामीण डाक सेवको को प्रतिवर्ष 30 दिन का सवैतनिक अवकाश प्रदान किया जाए और बिना उपभोग किए अवकाश को आगे बढ़ाया जाण् जिसकी अधिकतम सीमा 180 दिन हो। संयुक्त बच्चो के शिक्षा के लिए प्रतिवर्ष 6 हजार प्रदान किया जाए, दोहरा भत्ता 500 से बढ़ाकर 1600 किया जाए, सभी एकल डाकघरो को डबल हेन्डेड किया जाए, सभी डाकघरो की कार्यवधि 8 घंटे किए जाए, ग्रामीण डाक सेवकों को सिविल सर्वेन्ट का दर्जा दिए जाने की मांग शामिल है।
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