रायपुर। जोगी कांग्रेस के सुप्रीमो अजीत जोगी ने पत्रकारवार्ता में कहा कि जनता कांग्रेस बहुजन समाज पार्टी के साथ मिलकर राज्य की सभी 11 लोकसभा सीटों में चुनाव लड़ेगी। हमारा गठबंधन सहयोगी सीपीआई और एआईटीयूसी के साथ मिलकर हम राज्य में श्रमिकों के आंदोलन को मजबूत करने काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा जनता कांग्रेस को एक राष्ट्रीय पार्टी से मिलता-जुलता नाम होने की वजह से परेशानी हुई। इससे अलग पहचान स्थापित करने के लिए हमें और ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा एक क्षेत्रीय पार्टी को मान्यता मिली है। हमारे गठबंधन ने 7 सीटें जीतीं हैं। वहीं अकलतरा, चंदरपुर और तखतपुर जैसी 7 अन्य सीटों में बहुत कम अंतर से दूसरे स्थान पर रहे। 15 सीटों में हमारे उम्मीदवारों को 30 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिला।
कम से कम 11 में से 2 लोकसभा सीटों में जांजगीर और बिलासपुर हमारे पास दोनों राष्ट्रीय दलों की तुलना में अधिक वोट शेयर है। हमें राज्य के लगभग 14 प्रतिशत मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि एक पार्टी के लिए यह कोई छोटी उपलब्धि नहीं है।
जिसे 2 साल से भी कम समय पहले बनाया गया था। जिसे केवल दो महीने पहले उसका चुनाव चिन्ह मिला था और जिसके पास दोनों राष्ट्रीय पार्टियों, जिनके पास हजारों करोड़ों रुपए का फंड है, की तूलना में खुद के पास कोई संसाधन भी नहीं थे। बड़ी मुश्किल से हम केवल 5 समाचार पत्रों में एक-चौथाई पृष्ठ विज्ञापन दे पाए और टीवी या रेडियो में तो कोई भी विज्ञापन नहीं दे सके।
हमारे गठबंधन के अधिकांश उम्मीदवारों ने कुछ लाख रुपए से कम के बेहद कम बजट पर चुनाव लड़ा। हमने इस चुनाव में राष्ट्रीय दलों की तूलना में मात्र 1 प्रतिशत से भी कम खर्च किया। इन सबके बावजूद, अगर सत्तारूढ़ बीजेपी केवल 14 सीटें लेकर पूरी तरह ध्वस्त नहीं हो जाती, और छत्तीसगढ़ में भी अन्य दो राज्यों एमपी और राजस्थान की तरह सम्माजनक स्थिति में रहती, तो हमारे गठबंधन ने निश्चित रूप से सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई होती।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की 80 प्रतिशत सीटों में मुकाबला त्रिकोणी नहीं रहा। यहां सत्ता और जनता के बीच सीधी प्रतियोगिता थी। क्योकि राज्य के लोगों ने इसके पहले कभी भी तीसरे विकल्प को नहीं देखा था। इसलिए उन्होंने कांग्रेस को भाजपा का एकमात्र व्यवहारिक विकल्प के रूप में देखकर उसे वोट दिया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर मतदाता कांग्रेस के साथ जोगी की पहचान करते हैं क्योंकि हमारी पार्टी का नाम ‘जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे है।
भारतीय राष्टीय कांग्रेस पार्टी से अपने आप की अलग पहचान स्थापित करने के लिए हमें और ठोस कदम उठाने की जरूरत है। हमें बस्तर और सरगुजा संभागों में नए सिरे से शुरुआत करने की जरूरत है। श्री जोगी ने कहा कि बीएसपी के साथ मिलकर राज्य की सभी 11 लोकसभा सीटों में पार्टी फिर चुनाव लड़ेगी। इसके बाद हम अपने उम्मीदवारों को इस साल के अंत में होने वाले सभी स्थानीय नगरी निकाय और पंचायत चुनावों में भी मैदान में उतारेंगे।
हमारा गठबंधन सहयोगी सीपीआई और एआईटीयूसी के साथ मिलकर, राज्य में श्रमिकों के आंदोलन को मजबूत करने और असंगठित क्षेत्र तक विस्तारित करने के लिए अथक रूप से काम करेगा। हमें एहसास है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को मुख्य रूप से ऋण माफी के वादे पर वोट दिया गया है और उनके नेता ने ऐसा करने के लिए 10 दिनों का समय तय किया है।
उन्होंने पूरे राज्य में शराब बंदी लागू करने और सभी सरकारी नौकरियों के नियमितकरण का वादा भी किया है। राज्य की पहली और एकमात्र मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय विपक्षी दल के रूप में, यह देखना हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य होगा कि उपरोक्त सभी वादों को घोषित समय सीमा के भीतर पूरा करा जाए। उस हद तक, हम नई सरकार को हर सम्भव सहयोग करेंगे।
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