
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कई सालों के बाद इस बार एक उम्मीद लगाई जा रही है कि कांग्रेस की सरकार बन सकती है, एग्जिट पोल में भी कांग्रेस सत्ता पर काबिज होने की स्थिति में है। इससे पार्टी में खुशी के साथ खलबली मची हुई है कि अगर बहुमत के आसपास आकर पार्टी रुक जाती है, तो क्या करना होगा।
अगर भाजपा को बहुमत नहीं मिलता तो क्या होगा। इससे निपटने के लिए पार्टी अपनी तैयारियां कर रही है। ऐसा हो सकता है कि केन्द्रीय नेतृत्व कर्नाटक के एक नेता को छत्तीसगढ़ की कमान सौंप सकता है, क्योंकि कर्नाटक के सियासी घमासान में उन्होंने महती भूमिका निभाई थी।
सूत्रों की मानें तो बस्तर या दूर-दराज के विधायकों को राजधानी तक लाने के लिए हेलीकॉप्टर का भी इस्तेमाल पार्टी कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार छत्तीसगढ़ में जोड़तोड़ की सरकार बनाने की स्थिति में विशेष भूमिका में होंगे।
साथ ही पार्टी को बहुमत मिलता है तो उन्हें सरकार बनाने तक सभी विधायकों को संभालने की जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है। शिवकुमार इन मामलों में काफी तेजतर्रार माने जाते हैं। हालांकि अभी रिजल्ट नहीं आया है, लेकिन कांग्रेस किसी भी प्रकार का चांस नहीं लेना चाहती, जिसके चलते उन्हें शिवकुमार को अलर्ट रहने के लिए कहा है।
अगर ऐसी स्थिति बनती है तो उन्हें तुरंत छत्तीसगढ़ रवाना किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया रविवार शाम ही पहुंच गए थे। वे मतगणना के दौरान नजर रखेंगे। इसके अलावा सरकार बनाने की स्थिति बनी तो वे सीधे केन्द्र से संपर्क में रहेंगे।
गिनती के दौरान भी वे कंट्रोल रुम से पूरी जानकारी लेते रहेंगे। राजीव भवन में पार्टी ने कंट्रोल रुम स्थापित किया गया है।
यह भी देखे : मोदी कैबिनेट से इस मंत्री ने दे दिया इस्तीफा… महागठबंधन में शामिल होने की अटकलें…





