
रायपुर। राजस्व पटवारी संघ के पदाधिकारियों ने रविवार को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से चर्चा के बाद अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल को वापस लेने का फैसला किया है। वहीं प्रतिकात्मक रूप से जमा किए गए डीएससी यानी टोकन वापस लेने का फैसला भी किया गया।
ज्ञात हो कि प्रदेशभर के पटवारी पिछले 13 मई से अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे। रविवार को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने प्रदेश पटवारी संघ के प्रांताध्यक्ष अश्विनी कुमार वर्मा के नेतृत्व में आए संघ के पदाधिकारियों से विस्तृत चर्चा की। राजस्व मंत्री ने उन्हें समस्या का जल्द समाधान कराने का आश्वासन दिया, जिससे सहमति जताते हुए पटवारी संघ ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है।
उल्लेखनीय है कि पटवारियों के हड़ताल की मुख्य वजह 1 मई से लागू ऑनलाइन भूईंया सॉफ्टवेयर है, जिसमें कई तकनीकी त्रुटियां होने के कारण आम किसानों को कई तरह की परेशानियां हो रही थी। इससे पहले ऑफलाइन भूईया सॉफ्टवेयर लागू था, जिसमें पटवारियों को काम करने में सुविधा होती थी।
लेकिन नए सॉफ्टवेयर ने पटवारियों के साथ-साथ आम लोगों की परेशानियां भी बढ़ा दी थी। इन्हीं परेशानियां के विरोध में प्रदेश भर के पटवारियों ने 13 मई से अपने-अपने टोकर जमाकर हड़ताल करना शुरू कर दिया था जिससे राजस्व संबंधी कामकाज ठप हो गया था।
पटवारियों की मांग थी कि ऑनलाइन भूईयां सॉफ्टवेयर की तकनीकी त्रुटियों को जल्द सुधारा जाए या फिर पुराने ऑफलाइन सॉफ्टवेयर सिस्टम को लागू किया जाए। पटवारियों ने अपने हड़ताल के क्रम में तीन जून से शुरू होने जारहे प्रशिक्षण कार्यक्रम का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी थी।
राज्य शासन नेपटवारियों की समस्या पर विचार विमर्श करने के बाद ऑनलाइन सॉफ्टवेयर की त्रुटियों को सुधारना शुरू कर दिया है और पटवारी संघ को राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने आश्वस्त किया है कि उनकी हर समस्या का समाधान जल्द कर दिया जाएगा। राजस्व मंत्री से मिले आश्वासन के बाद संघ ने अपने जमा किए हुए टोकन वापस लेने और कल से कामकाज में लौटने का निर्णय लिया है।
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