छत्तीसगढ़

पल-पल भारी पड़ रहा…राजनीतिक दलों-प्रत्याशियों की बढ़ी धड़कनें… मतगणना को 7 दिन शेष…

रायपुर। विधानसभा चुनाव के परिणाम की घडिय़ां दिन गुजरने के साथ ही करीब आती जा रही है। 11 दिसंबर को होने वाले मतगणना के पूर्व ही राजनीतिक दलों के साथ ही पार्टी प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो गई हैं। हालांकि भाजपा चौथी बार सत्ता में आने के दावे कर रही है तो वहीं इस बार परिवर्तन की बात कहते हुए कांग्रेस राज्य में पूर्ण बहुमत से जीत का दावा कर रही है।

इधर विधानसभा चुनाव के पूर्व मिशन-65 प्लस का दावा कर रहे राज्य भाजपा के नेेताओं के सुर अब चुनाव परिणाम के पूर्व ही बदलने शुरू हो गए हैं। विधानसभा चुनाव में जनता का रूझान समझने में इस बार भाजपा और कांग्रेस के रणनीतिकार भी विफल दिखे। मतदाताओं की संख्या और वोटिंग प्रतिशत के विश्लेषण के बाद तो जानकार यही कह रहे हैं कि इस बार जनता का रूझान समझ नहीं आया।

दूसरी ओर मिशन-65 का दावा और नारा लगाने वाले भाजपा के ही कुछ नेता अब यह भी कहने से नहीं चूक रहे हैं कि कम सीटों से ही सही पर सरकार भाजपा की ही बनेगी। राजनीतिक पंडितों की माने तो भाजपा के नेता यह समझ चुके हैं कि मिशन-65 प्लस का नारा, संभवत: सफल नहीं हो सकता। यही वजह है कि अब भाजपा के दिग्गज नेता भी जैसे-तैसे सरकार बना लेने का दावा कर रहे हैं।

दूसरी ओर विधानसभा चुनाव के पूर्व राज्य सरकार पर जमकर हमला करने वाले प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस बार विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंककर सत्तासीन भाजपा को कड़ी टक्कर दी है। पीसीसी के नेेता प्रारंभ से ही परिवर्तन की लहर का दावा करते हुए तथा प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों को लेकर राज्य सरकार पर लगातार हमला जारी रखा।

इसके बाद विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस गंभीर और ज्वलंत मुद्दों को लेकर राज्य सरकार पर हमला जारी रखा। इसका परिणाम यह हुआ कि इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पूरी ताकत से चुनावी मैदान में भिड़ गए। जनता जर्नादन ने इस लड़ाई में हार-जीत का फैसला 20 नवंबर को हुए मतदान में ईवीएम में दर्ज करा दिया है।

अब मतगणना की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है राजनीतिक दलों और इनके प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हो रही है। हालांकि कांग्रेस ने जहां इस बार पूर्ण बहुमत मिलने का दावा किया है तो वहीं भाजपा ने भी चौथी पारी खेलने का ऐलान किया है। अब 11 दिसंबर को मतगणना के साथ ही यह स्पष्ट हो जाएगा कि इस बार जनता ने किसे चुना है।

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