जगदलपुर। नक्सलियों ने 2 से 8 दिसंबर तक गुरिल्ला आर्मी स्थापना सप्ताह मनाने का एलान किया है। नक्सली आव्हान को देखते हुए बस संचालकों ने अंदरूनी इलाकों में बसों को नहीं भेजने का निर्णय लिया है। वहीं रेलवे ने भी पैसेंजर को किरन्दुल नहीं भेजने का निर्णय लिया है। इधर आगामी 8 दिसम्बर तक रात में मालगाडिय़ों का संचालन बंद किए जाने की खबर है।
गौरतलब है कि वर्ष 2004 में पीडब्ल्यूजी अर्थात पीपुल्स वार गु्रप के विघटन बाद माओवादियों द्वारा सरकार व पुलिस से युद्ध के लिए 2 दिसम्बर 2005 में पीएलजीए अर्थात पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी का गठन किया था, इसके बाद से नक्सलियों द्वारा लगातार हिंसात्मक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।
विगत दस वर्षों में पीएलजीए के गठन बाद आक्रामक हुए नक्सलियों ने बस्तर में जमकर तांडव भी किया। पीएलजीए की स्थापना के बाद प्रति वर्ष नक्सलियों द्वारा स्थापना सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी के तहत 2 दिसम्बर से नक्सलियों द्वारा पीएलजीए स्थापना सप्ताह मानए जाने का ऐलान किया गया है। इससे संबंधित पर्चे व पोस्टर जगह-जगह नक्सलियों द्वारा चस्पा किए किए गए हैं।
हालांकि इस आव्हान में कहीं भी बंद या अर्थिक नाकाबंदी संंबंधी कोई संदेश नहीं देखा गया है लेकिन वर्तमान हालात के चलते अंदरूनी इलाकों में दहशत का माहौल बना हुआ है। चूूंकि रेलवे को पूर्व से ही इस सप्ताह के बारे में जानकारी थी, इसलिए रेलवे ने एहतियात के तौर पर विशाखापट्नम से किरन्दुल तक चलने वाली पैसेंजर को आगामी 9 दिसम्बर तक किरन्दुल नहीं भेजने का निर्णय लिया है। वहीं आगामी 9 दिसम्बर तक मालगाड़ी का संचालन भी शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे के बीच बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
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