माइंस ठेकेदार हत्या का पर्दाफाश…ड्राइवर ने लूट की रची थी साजिश…8 दोस्तों को बुलाया…मालिक ने चोरी करते देख लिया तो मार डाला…

भिलाई। बालोद जिले के डौंडी में रायपुर निवासी माइंस ठेकेदार सुनील कुमार जैन की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों तक पहुंची। आपोपी लूट की नियत से घर में घुसे थे। इसी बीच ठेकेदार जाग गया और आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी।
आरोपियों की तलाशने चार जिले के अनुभवी पुलिस अफसरों की टीम बनाई गई थी। इसमें क्राइम स्क्वॉड बालोद और भिलाई-दुर्ग के सब इंस्पेक्टर राजेश मिश्रा, साथ में बिलासपुर के इंस्पेक्टर कलीम खान, प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर बंजीर और रायपुर क्राइम स्क्वॉड का सहयोग लिया गया। यह टीम तीन दिन में आरोपियों तक पहुंच गई।
घटना की साजिश ड्राइवर धनराज शर्मा ने रची थी। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने सब कुछ उगल दिया। उसने लूट की प्लानिंग की और घटना को अंजाम देने अपने दोस्तों और महिला मित्र हीरा नेताम को बुलाया था।
हीरा नेताम ने ओडिशा से शातिर चोरों को बुलाया। इस तरह 9 लोगों की यह गैंग लूट की वारदात को अंजाम देने घर में घुसी लेकिन मालिक की नींद खुल गई तो तौलिए से गला घोंटकर उसे मार डाला और माल लूटकर फरार हो गए।
आरोपी बाइक और ऑटो से पहुंचे थे। 24 नवम्बर की रात आरोपी दीवार फांदकर अंदर घुसे। रसोइया शैलेंद्र के कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर आरोपी सामान खंगालने लगे। आहट सुन सुनील की नींद खुल गई और आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी।
पूछताछ में आरोपी राकेश नायक ने बताया कि इनकी दोस्ती भी जेल में हुई। ऐसे में हीरा नेताम ने राकेश और अन्य साथियों पर दबाव बनाया कि धनराज बाहर का आदमी है। वह पुलिस पूछताछ में जल्द टूट जाएगा।
इसलिए उसे भी मौत के घाट उतार दिया जाए। उसे सुनसान जगह पर ले जाकर ठिकाने लगाने वाले थे, लेकिन धनराज की हत्या से पहले ही सभी आरोपी गिरफ्तार हो गए। इस मामले में राकेश साहू और अज्जू उर्फ विज्जू फरार हैं।
ठेकेदार सुनील का रसोइया छुट्टी पर गया था। जिस वजह से उन्होंने अपने ड्राइवर धनराज निवासी आजाद चौक रायपुर को बुला लिया था। यहां से जाने के बाद उसने इस बारे में सबसे पहले अपने दोस्त ऋषभ नायक निवासी पुराना चीरघर डीके अस्पताल बांसटाल रायपुर को बताया।
ऋषभ ने राकेश नायक को साथ कर लिया। राकेश के घर किराए से रहने वाली हीरा नेताम को गैंग में शामिल किया। बेहद शातिर हीरा ने ओडिशा के संबलपुर थाना ऐठापाली के दुलबा छुरा और अजय सिंग, राहुल तांडी निवासी रावणभाट, मंदिर हसौद रायपुर को भी अपने साथ मिला लिया।
पुलिस के अनुसार धनराज के अलावा अन्य छह आरोपियों का पुराना अपराधिक रेकॉर्ड है। दुलबा रायपुर रेलवे अस्पताल का एम्बुलेंस चालक है, उसके और अजय के ऊपर संबलपुर में जानलेवा हमले का प्रकरण दर्ज है। राहुल, राकेश बलवा के मामले में जेल जा चुके हैं। हीरा, दुलबा और अजय की इनसे जेल में ही दोस्ती हुई थी।
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