रायपुर। कहते है डॉक्टर दुनिया में भगवान के बराबर होता है यह बात प्रोजेरिया जैसी गंभीर बीमारी से ग्रस्ति आदित्य साहू पर सौ प्रतिशत सही बैठती हैं। जहां लोग इसके बारे में जानते तक नहीं वहां एक डॉक्टर की अथक मेहनत से छत्तीसगढ़ का बच्चा विदेश पहुंच गया। इस बीमारी के बारे में पा फिल्म में विस्तार पूर्वक बताया गया था। उसके बाद लोगों ने यह जाना की छोटी उम्र में भी बच्चा बुर्जुग जैसा दिखता हैं। जो इस बीमारी का कारण हैं। छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में रहने वाला आदित्य लोगों की उलाहना का शिकार सुबह शाम होता था। उसके मां बाप भी तानों से परेशान थे लेकिन आज इसके ठीक उलट हैं। आदित्य अब सेलिब्रिटी हो चुका हैं। भारत के अलावा विदेशों में वह अनेक कार्यक्रमों में बतौर मुख्य अतिथि बुलाया जाता हैं। वह छत्तीसगढ़ का ही नहीं देश का भी नाम रौशन कर रहा हैं।
डोंगरगढ़ का रहने वाला आदित्य उस बीमारी से गुजर रहा है लाखों में किसी एक को होती है। बच्चे की उम्र तो बढ़ रही थी लेकिन शरीर का विकास रूक गया। साधारण सी बात होगी यह सोचकर आदित्य के पिता उत्तम साहू ने राजधानी में कुछ चिकित्सकों से संपर्क कर आदित्य का इलाज प्रारंभ किया, लेकिन आदित्य की बीमारी पकड़ में ही नहीं आ रही थी। उत्तम ने आदित्य के ईलाज के लिए रायपुर के अखिल भारतीय आयुविज्र्ञान के संस्थान (एम्स) में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अंतुल जिंदल से संपर्क किया, जहां जांच के दौरान बताया गया कि आदित्य को प्रोजेरिया हैं। बीमारी की बात सुनकर माता-पिता सकते में आ गए। उत्तम ने बताया कि दो साल पहले बीमारी की बात सुनकर लगा बच्चे का इलाज कैसे होगा क्या होगा, लेकिन एम्स के चिकित्सक डॉ. अतुल जिंदल ने बच्चे के लिए इलाज के लिए हर संभव प्रयास किया। डॉ. जिंदल के चलते ही आदित्य का इलाज यूएसए प्रोजेरिया फाउंडेश नें चल रहा हैं। 20 जनवरी को आदित्य 8 साल का हो जाएगा। इलाज में क्षेत्रीय सांसद अभिषेक सिंह ने भी काफी मदद की हैं। इस संबंध में राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद ने कहा कि आदित्य के पिता मदद के लिए दो साल पहले आए थे। जिसके इलाज के लिए एम्स के निर्देशक डॉ. मधुसूदन नितिन नागरकर से चर्चा कर कहा था कि आदित्य का इलाज पूरी तरह से नि:शुल्क होना चाहिए।
डॉ. अतुल जिंदल के मुताबिक आदित्य स्वस्थ्य है यह सबसे खुशी की बात है। दो साल पहले आदित्य का इलाज एम्स में शुरू हुआ जो अब तक निरंतर चल रहा हैं।
आदित्य के माता-पिता दोनों ही शिक्षाकर्मी के पद पर कार्यरत है लेकिन नौकरी के चलते दोनों अलग रहते थे। आदित्य अपनी मां के साथ रहता था जो साथ में स्कूल भी जाता था वहां के बच्चे हमेशा आदित्य का मजाक उड़ाते थे। घर के आस-पास के बच्चे व पड़ोसी भी कुछ भी बोल दिया करते थे। लेकिन जैसा भी हो अपना बच्चा सबको प्यारा होता हैं। यही अपमान आज आदित्य को सम्मान के रूप में मिल रहा है। यूएसए जैसे शहरों में मोमोस सिक्स पैक (खाद्य प्रदार्थ) स्टोर के उद्घाटन अवसर पर आदित्य को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। ये सिलसिला आज तक चल रहा और प्रदेश में भी आदित्य को कई निजी कंपनियां अतिथि के रूप में आमंत्रित कर चुकी हैं।
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