बिलासपुर। मरवाही विधानसभा के 30 से अधिक ईवीएम में एजेंटों के हस्ताक्षर नहीं होने से वहां फर्जी वोटिंग की आशंका व्यक्त करते हुए भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया है।
20 नवंबर को मतदान संपन्न होने के बाद मतदान दलों द्वारा ईवीएम को स्ट्रांक रूप में जमा कराया गया। बिलासपुर जिले की सातों विधानसभा बिलासपुर, मस्तूरी, बिल्हा, तखतपुर, बेलतरा, कोटा, और मरवाही के मतदान दल स्ट्रांग रूम में ईवीएम जमा करा रहे थे।
इस बीच मरवाही विधानसभा की ईवीएम आई तो कई ईवीएम में सिर्फ पीठासीन अधिकारियों के हस्ताक्षर थे एजेंटों के हस्ताक्षर नहीं थे। इसे देख वहां मौजूद भाजपाइयों ने फर्जी वोटिंग की आशंका व्यक्त करते हुए जमकर हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि 1 ईवीएम में हस्ताक्षर नहीं होता तो गड़बड़ी की आशंका नहीं होती लेकिन एक साथ 30 ईवीएम में हस्ताक्षर नहीं होना संदेश को जन्म दे रहा है।
मरवाही से कांग्रेस प्रत्याशी गुलाब सिंह राज का दावा है कि मरवाही विधानसभा में शांतिपूर्ण मतदान हुआ है। कहीं भी किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। यह सही है कि 30 ईवीएम में मतदान के बाद फील करते समय एजेंटों के हस्ताक्षर नहीं हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि वोटिंग के समय वहां गड़बड़ी हुई है। रात होने के कारण कई जगह के एजेंट घर चले गए थे।
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