रायपुर। दिल्ली पीसीसी अध्यक्ष अजय माकन पत्रकारों को संबोधित करते हुए राज्य और देश में शिक्षा की स्थिति के बारे में कहा कि दिल्ली में बैठकर सिलेबस तय नहीं हो सकता। छत्तीसगढ़ में शिक्षा की स्थिति काफी गंभीर है। रैंकिंग में काफी नीचे हैं।
हम दुनिया की सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश में रहते हैं। हमारे पास सबसे बड़ी युवा शक्ति है। वरदान टैब होगा जब शिक्षित हो, लेकिन अगर भटक जाए उनकी सेहत नहीं हो तो अभिशाप है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट संस्थानों का उद्देश्य प्रॉफिट कामना होता है न की लोगों की शिक्षा देना।
छत्तीसगढ़ में लगभग 54 हजार शिक्षकों के पद रिक्त है। प्राथमिक शालाओं में बच्चों की दर्ज संख्या कम हो गई है। सरकार ने 2014-2016 तक 2877 सरकारी स्कूल को बंद कर दी। 2007-08 में 45578 स्कूल थे जबकि 2015-16 में 44387 सरकारी स्कूल हो गए है।
वहीं 2007-2008 में प्राइवेट स्कूल 3954 से बढ़कर 6100 हो गई है। उन्होंने कहा कि 3 हजार स्कूल में सिर्फ 1 ही शिक्षक हैं। शासकीय कॉलेज में प्राध्यापक के 525 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 525 पद रिक्त हैं। आईटीआई में 2244 पदों में से 1582 पद रिक्त हैं।
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