जगदलपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जगदलपुर के लालबाग मैदान में आज भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों के समर्थन में सभा को संबोधित किया। मोदी ने अपना भाषण में दंतेश्वरी माता की जयघोष के साथ ही गोंड़ी-हल्बी में संबोधित किया। उन्होंने कहा- भाईदूज के पवित्र त्यौहार के मौके पर इतनी भीड़ का आना चुनावी सभा नहीं विकास की रैली चली है।
जो जनसागर में पवित्र हो गई है। माता-बहनों की भीड़ ही मेरी शक्ति है। मैं जब-जब बस्तर आया हूं, खाली हाथ नहीं आया हूं, आप लोगों की आशा और अपेक्षाओं के अनुरूप ही विकास की नई योजनाएं लेकर आया हूं। बस्तर से बेरोजगारी, गरीबी, भूखमरी को मिटाना है।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के इतने साल पहले भी चुनाव होते थे, नेता आते थे, लेकिन तेरा-मेरा, अपना-पराया सब कारोबार इसी के आस-पास चलता था। एक सीमित क्षेत्र का विकास करना उनका लक्ष्य था।
वे चाहते थे कि इसी तरह उनका कुनबा चलता रहे। पुरानी सरकार की सोच भेदभाव वाली थी, लेकिन हमने यह सब बदल दिया। उन भेदभाव की दीवारों को मिटा दिया है। हमारा एक ही लक्ष्य है- सबका साथ-सबका विकास।
उन्होंने कहा कि पैसा पहले भी था, योजनाएं पहले भी थी, लेकिन कारोबार बिचौलियों के हाथों में था। हमने उसे भी खत्म कर दिया। अब आपका हक आपको मिल रहा है। भाजपा ने मां के गर्भ से लेकर मृत्यु तक की योजनाएं बनाई है। जीवन का कोई कार्यकाल नहीं बचा है। सरकार आपके साथ है। कुछ महत्वाकांक्षी लोगों ने बस्तर के जिन बच्चों के हाथों में कलम होना चाहिए, उन्हें बंदूक पकड़ा दिया।
स्कूलों, अस्पतालों में आग लगा दी। वे राक्षसी प्रवृत्ति नहीं है तो क्या है। माओवादियों की रक्षा के लिए कुछ लोग बयानबाजी करते हैं, वे नक्सलवाद के खिलाफ ढुलमुल जबाव देते हैं। इन सबके विपरीत हमें नया बस्तर बनाना है। इसलिए मैं आज आप लोगों से कुछ मांगने आया हूं। बस्तर की सभी सीटों पर सिर्फ कमल खिलना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने दिवगंत अटल बिहारी वाजपेयी का स्मरण करते हुए कहा- अटलजी ने छत्तीसगढ़ राज्य दिया। अटल के सपनों को पूरा करना है, इसलिए बार-बार मैं छत्तीसगढ़ आता हूं। जब तक मैं अटल के सपनों को पूरा नहीं करूंगा, चैन से नहीं बैठूंगा।
छत्तीसगढ़ 18 साल का हो गया है, जब बच्चा 18 साल का होता है, उनकी जरूरतें बदल जाती हैं। मां-पिता भी उनके खर्च में बदलाव कर देते हैं। माता-पिता बेटा-बेटी के 18 साल का होने पर सपने बुनने लग जाते हैं। इसी तरह छत्तीसगढ़ के 18 साल होने पर दिल्ली सरकार सपने बुनने लगी है।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले की सरकार ने छत्तीसगढ़ को रौंद डाला था। छत्तीसगढ़ के सपने को चूर-चूर कर दिया था। लेकिन बस्तर के आदिवासी बहुत समझदार हैं। बड़े-बड़े शहरों के लोग जो सोच नहीं सकते वे यहां के आदिवासियों ने कर दिखाया है। और उस सरकार को उखाड़ फेंका और भाजपा को सत्ता सौंप दी। छत्तीसगढ़ जब एमपी का हिस्सा था, तब भी यहां भुखमरी थी। भाजपा की सरकार बनने के बाद यहां विकास तीव्रगति से हुआ।
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