देहरादून। हरिद्वार में आयोजित ज्ञान कुंभ में बाबा रामदेव ने एक विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि इस देश में जो हमारी तरह विवाह न करे उनका विशेष सम्मान होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि विवाह करे और अगर दो से ज्यादा बच्चे पैदा करे तो उन्हें वोट देने का अधिकार नहीं होना चाहिए। जो फिर भी 10 बच्चे पैदा करे, वह उनमें से एक बच्चा हमें भी दे दे। बाबा रामदेव के इस बयान के बाद तमाम राजनीतिक पार्टियों और लोगों में भी चर्चा शुरू हो गई है। आपको बता दें कि ज्ञानकुंभ के पहले दिन शनिवार को भी बाबा रामदेव ने राम मंदिर को लेकर बड़ी बात कही थी।
योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा कि राम मंदिर लोगों की आस्था का मामला है। जल्दी ही अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के संबंध में यदि न्यायालय से निर्णय आने में देरी होती है तो संसद में इसका बिल लाया जाना चाहिए।
स्वामी रामदेव शनिवार को ज्ञानकुंभ के दौरान पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राम जन्म भूमि पर यदि राम का मंदिर नहीं बनेगा तो किसका मंदिर बनेगा। अब राम मंदिर बनाने में देर नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बारे में जल्दी ही कोई शुभ सूचना मिलेगी।
उन्होंने कहा कि संसद लोकतंत्र में सर्वोपरी है और यदि संसद चाहेगी तो राम मंदिर बनाने का रास्ता निकल ही जाएगा। उन्होंने ज्ञानकुंभ को लेकर कहा कि ज्ञान से ही भारत विश्वगुरु और महाशक्ति बनेगा। इससे भारत को महाशक्ति बनाने में बड़ी गति मिलेगी। शिक्षा को हम प्रगति के शिखर पर ले जाएंगे।
बता दें कि पतंजलि योगपीठ में देश का पहला दो दिवसीय ज्ञानकुंभ का आयोजन हो रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इसका शनिवार को उद्घाटन किया था। इस आयोजन में करीब दो हजार से ज्यादा शिक्षाविद् समेत करीब पांच हजार लोग भाग ले रहे हैं।
वहीं ज्ञानकुंभ में करीब दस राज्यों के शिक्षा मंत्री, शिक्षा सचिव, कई विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव के साथ ही पांच सौ से ज्यादा महाविद्यालयों के प्राचार्य, करीब तीन सौ शोधार्थी और सैकड़ों की संख्या में टॉपर छात्र-छात्राएं ज्ञानकुंभ में शामिल हो रहे हैं।
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