दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा विधानसभा में इस बार चुनाव दिलचस्प होने जा रहा है। कांग्रेस और कर्मा परिवार में विधानसभा सीट के लिए मां-बेटे के बीच होड़ की स्थिति बनी है। बेटे छविंद्र कर्मा के बाद मां और वर्तमान कांग्रेस विधायक देवती कर्मा ने भी नामांकन दाखिल किया। इस दौरान उनके साथ जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विमल सुराना और अन्य मौजूद थे।
नामांकन दाखिले के बाद देवती कर्मा और विमल सुराना ने छविंद्र कर्मा को मना लेने की बात फिर से दोहराई। उनका कहना है कि अभी नामांकन दाखिल हुआ है, वापसी की तारीख बची है। यदि छविंद्र ने नाम वापस नहीं लिया तो भी प्रचार मां के पक्ष में ही करेंगे। इसके लिए परिवार ही नहीं पार्टी के सभी सीनियर- जूनियर लीडर जुटे हैं।
ज्ञात हो कि झीरम कांड में महेंद्र कर्मा के शहादत के बाद 2013 के चुनाव में पार्टी ने दंतेवाड़ा से देवती कर्मा को मैदान में उतारा था और वह विधायक चुनी गई थी। तब से उनके पुत्र छविंद्र कर्मा लूप लाइन में चले गए थे।
छविंद्र की प्रबल इच्छा है कि वे सक्रिय राजनीति और संवैधानिक पद पर रहकर पार्टी और क्षेत्र के लिए काम करें इसलिए दंतेवाड़ा सीट पर दावेदारी करते 17 अक्टूबर को अपनी मां से पहले आवेदन लिया और दूसरे दिन 18 अक्टूबर को नामांकन जमा भी कर दिया है। उनका कहना है कि किसी भी हाल में वे चुनावी मैदान से नहीं हटेंगे, चाहे निर्दलीय ही चुनाव क्यों न लडऩा पड़े?
दंतेवाड़ा विधानसभा के लिए तीसरा नामांकन सीपीआई प्रत्याशी नंदाराम सोरी ने दाखिल किया। वे अपने समर्थकों के साथ दोपहर में कलेक्टोरेट पहुंचे और नामांकन फार्म जमा किया। इस दौरान पार्टी के कई नेता कलेक्टोरेट पहुंचे थे लेकिन सुरक्षा के चलते सीमित लोगों को परिसर में प्रवेश दिया गया।
पर्चा दाखिले के बाद सोरी ने कहा कि उनके चुनावी मुद्दे जनहित से जुड़े और स्थानीय हैं। भाजपा- कांग्रेस जनता को गुमराह कर रहे हैं। विकास और मूलभुत जरूरतों के लिए लोग तरस रहे हैं। इसी मुद्दे को लेकर वे चुनाव मैदान में रहेंगे।
सोरी ने कहा कि बैलाडिला की पहाड़ी उद्योगपतियों के हाथों में जा रही है, निजीकरण किया जा रहा है। वर्तमान स्थिति में एनएमडीसी में स्थानीय लोगों को नौकरी नहीं मिल रही है। क्षेत्र के युवा बेरोजगार हैं। इलाके के लोग शुद्घ पानी, बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए तरस रहे हैं।
सोरी ने कहा कि बसपा और छग जनता कांग्रेस से गठबंधन के बाद हमारी जीत सुनिश्चित हो गई है। छग जनता कांग्रेस की नेत्री जया कश्यप के भी चुनावी मैदान में उतरने के सवाल पर कहा कि उनसे चर्चा की जाएगी।
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