रायपुर। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बैठक बुधवार को हुई, जिसमें डॉक्टरों ने फैसला लिया किया। निजी अस्पतालों के करोड़ों रुपए स्मार्ट कार्ड के बकाया है, इसलिए इलाज बंद कर दिया जाएगा। इस बैठक के खत्म होते-होते 12 करोड़ 76 लाख रुपए की की राशी का भुगतान बीमा कंपनी द्वारा अस्पतालों को की जाने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त ने दी।
उन्होंने कहा कि बाकी का भुगतान भी जल्द ही कर दिया जाएगा। आईएमए की बैठक में डॉ. राकेश गुप्ता ने बताया कि सरकार द्वारा 40 करोड़ रुपए स्मार्ट कार्ड के बकाया है इसे अब तक प्राइवेट अस्पतालों को नहीं दिया गया है इस वजह से अब आईएमए ने फैसला लिया है कि सभी अस्पतालों में स्मार्ट कार्ड से इलाज नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 500 से ज्यादा प्राइवेट हॉस्पिटल है जहां स्मार्ट कार्ड की सुविधा है, लेकिन राज्य सरकार बीते सालों से स्मार्ट कार्ड का भुगतान डॉक्टरों को नहीं दिया जा रहा है, जबकि 40 करोड़ रुपए राशि राज्य सरकार को प्राइवेट अस्पतालों को देना है, इसलिए आईएमए फैसला ले रहा है कि तत्काल प्रभाव से इलाज बंद कर दिया जाएगा।
वहीं आयुक्त स्वास्थ्य एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर प्रसन्ना ने बताया कि रायपुर, रायगढ़, कोरबा, बस्तर, कोंडागांव, कोरिया तथा जांजगीर-चांपा जिले की 15 प्रतिशत होल्ड की गई राशि बुधवार को बीमा कंपनी द्वारा जारी की गई है। उन्होंने कहा कि शेष जिलों की बची हुई राशि भी जल्द जारी की जाएगी।
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