रायपुर। कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर लाखों की लॉटरी लगने का मैसेज व्हाट्सएप पर भेज कर इंटरनेट कॉलिंग के माध्यम से देश भर के लोगों को फंसा कर लॉटरी की रकम पाने के एवज में लाखों की प्रोसेस फीस लेने वाला अंतरराष्ट्रीय गैंग बेनकाब हुआ।
इस गैंग को दबोच ने के लिए पुलिस ने उनके जैसे ही तरीके अपनाएं गैंग के व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा तो गैंग खुद ब खुद फंस गया आईपी एड्रेस ट्रेस आउट कर पुलिस टीम ने मास्टरमाइंड राजीव कुमार और वरुण कुमार देव को न्यू दिल्ली जालंधर से दबोच लिया। मंगलवार को रायपुर कोर्ट में पेश कर दोनों को जेल भेज दिया गया।
डीएसपी क्राइम अभिषेक माहेश्वरी ने बताया कि वूड आई लैंड कालोनी अमलेश्वर (दुर्ग) निवासी राकेश साहू (22) कलिंगा यूनिवर्सिटी कोटनी, नया रायपुर में बीकाम प्रथम वर्ष का छात्र है। नौ अगस्त की रात सवा आठ बजे राकेश के मोबाइल पर 923440018582 से वाट्सअप पर 25 लाख रुपये का लकी ड्रा इंटरनेशनल पाइव कंट्री मेन ब्रांच कनाडा से लगना बताया और रकम प्राप्त करने के लिए हेड आफिस के मैनेजर आकाश वर्मा से 00923002593726 पर संपर्क करने कहा गया।
राकेश ने जब उस नंबर पर बात की तो बताया गया कि लाटरी की रकम प्राप्त करने के लिए प्रोसेस फीस लगेगी। उसके बताए अनुसार 10 से 21 अगस्त 2018 के बीच आठ किश्तों में राकेश ने पांच बैंक खातों में कुल 1 लाख 51 हजार रुपये आटोमैटिक डिपाजिट मशीन के माध्यम से जमा करा दिए। इसके बाद शातिर ठग आश्वासन देते रहे कि जल्द ही लाटरी की रकम आपके खाते में जमा करा दी जाएगी। बाद में विजय कुमार नामक शख्स ने और पैसा जमा करने को कहा तब राकेश को ठगे जाने का एहसास हुआ।
केबीसी से नहीं आता लॉटरी लगने का मैसेज
पुलिस अफसरों ने बताया कि केबीसी के लॉटरी लगने का कोई मैसेज नहीं किया जाता। ऑनलाइन या फिर टीवी पर शो प्रसारित होने के दौरान प्रश्नों का जवाब देने पर प्रतिभागी का चयन शो में भाग लेने जाने को किया जाता है। लॉटरी लगने का मैसेज आदि का झांसा देकर ठगने वाले गिरोह से लोगों को बचना चाहिए।
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