रायपुर। मेडिकल कॉलेज ऑडिटोरियम में महिला सशक्तिकरण पर आधी आबादी पूरा हक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य युवतियों और महिलाओं को उनके हर से रुबरु कराने के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में संभावनाओं की जानकारी देने के अलावा उनकी शंका का समाधान करना था।
कार्यक्रम में यह सवाल उठा कि क्या राजनीति में शिक्षा जरुरी है। इस पर वहां मौजूद राजनीति से जुड़े वक्ताओं ने जबाव दिया। इसके बाद एक महिला ने पूछा की इस तरह के कार्यक्रम से ज्यादा महिलाओं और युवतियों में राजनीतिक चेतना जागेगी।
दहेज प्रथा को कैसे रोक जा सकता है। महिलाएं की उन्नति के लिए क्या प्रयास होने चाहिए। ऐसे ही एक युवती ने प्रश्न किया कि शादी के बाद लड़कियां अपने माता-पिता का पूरा ध्यान नहीं रख पाती। इस पर वहां मौजूद वक्ताओं अपने-अपने विचार रखें।
युकां के महासचिव सुबोध हरितवाल ने बताया कि कार्यक्रम में शहर के अलग-अलग कॉलेजों की छात्राएं, डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, समाज सेवी सहित विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी महिलाएं मौजूद थीं।
कार्यक्रम के अंत में विभिन्न क्षेत्रों में पहचान बनाने वाली महिलाओं का सम्मान किया गया, जिसमें श्रीमती रिंकी अरोरा, श्रीमती रूबी नाज, सावित्री साहू, रेखा घृतलहरे, अंकिता शर्मा, मुस्कान कोरेटी, अनिता ढीढी, रचना जी, सुरभि सिंह, डॉ आकांक्षा दुबे, दामिनी सिंह, सपना कुकरेजा, भावना चंद्राकर, दीक्षा पांडेय और अनुराधा टन्डन शामिल है। कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, एआईसीसी के सचिव कृष्णा अल्लावारु, प्रभारी चंदन यादव, करुणा शुक्ला, किरणमयी नायक, सुश्री नीता लोधी आदि मौजूद थीं।
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