बिलासपुर। मरवाही विधायक अमित जोगी के जन्म प्रमाण पत्र और जाति मामले को लेकर समीरा पैकरा की याचिका पर जस्टिस गौतम भादुरी की एकलपीठ में गुरुवार को सुनवाई हुई।
अमित जोगी की ओर से गवाही देने के लिए जोगीसार ग्राम सभा के अध्यक्ष दिलप्रसाद सिंह उपस्थित हुए। उन्होंने कोर्ट में बयान देते हुए कहा कि 20 अगस्त 2017 को जोगीसार की ग्राम सभा ने प्रस्ताव पारित कर अमित जोगी को कंवर आदिवासी माना था।
हालांकि इस संबंध में उनके पास कोई लिखित दस्तावेज उपलब्ध नहीं है। ज्ञात हो कि मामले की पिछली दो सुनवाई यों में जोगी के दो कथित रिश्तेदारों द्वारा अलग-अलग बयान दिए गए हैं।
ज्ञामत सिंह कंवर में कंवर आदिवासियों की दवाखाई परंपरा के बारे में पूछे जाने पर बताया था कि कंवर आदिवासियों द्वारा नवाखाई की परंपरा मंदिरों में मनाई जाती है। जबकि शंकर सिंह के परिवार के सदस्यों के बीच घर में अंदर मनाए जाने की बात कही थी। अजीत जोगी ने भी नवाखाई परंपरा मंदिरों में की जाने की जानकारी कोर्ट में दी है। मामले में अंतिम सुनवाई अब 10 अक्टूबर को होगी।
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