AMITY यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ में इनोवेशन एवं आईपीआर पर कार्यशाला
रायपुर। एनआरडीसी और एमिटी इनोवेशन फैसिलिटेशन सेंटर के सानिध्य में एमिटी यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ में इनोवेशन एवं इंटेलेक्टुअल प्रॉपटी राइट्स पर एक भव्य कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की शुरुआत मां सरस्वती की वंदना एवं दीप प्रज्जवलन कर की गई। एमिटी यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ के कैंपस हेड प्रो.(डॉ.) विजय सिंह दाहिमा ने सभी अतिथियों का स्वागत तुलसी के पौधे प्रदान कर किया। डायरेक्टर एनआरडीसी- एमिटी आईएफसी, प्रो.(डॉ.) श्यामलेंदु नियोगी ने आईएफसी के बारे में सभा को अवगत करवाया। अपने वक्तव्य में डॉ. नियोगी ने उपस्थित सभी छात्रों का आव्हान कर कहा कि आविष्कार व नयी सोच से ही भारत का विकास होगा एवं हम एक उभरती हुई विश्व शक्ति के रूप में सामने आएंगे।
कार्यक्रम में उपस्थित एमिटी यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ के चांसलर एवं डीआरडीओ के विख्यात पूर्व वैज्ञानिक डॉ. डब्लू . सेल्वामूर्थी ने कहा की जीवन में बिना परिपेक्ष के सफलता हासिल नहीं की जा सकती। प्रो. सेल्वामूर्थी ने यह भी कहा कि जब हमारे विचार एक कमर्शियल प्रारूप ले लेते है वही आविष्कार है। कार्यकम के विशिष्ट अतिथि आलोक अवस्थी आईएएस, ने खादी और छत्तीसगढ़ी हस्तशिल्प के विकास और बाजार में इसकी बढ़ती विख्याति में आईपीआर की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने इस कार्यशाला के आयोजन पर अपनी शुभकामनाएं प्रकट की। इस सत्र का धन्यवाद ज्ञापन रजिस्ट्रार एमिटी यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ के द्वारा दिया गया। एनआरडीसी और आईएफसी की स्कीम के तहत यह कार्यशाला एक पहल है। इस कार्यशाला का उद्देश्य इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स के अहम् पहलुओं को समझना, पेटेंट्स और इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी का प्रबंधन करना और फाइल करने से लेकर अनुदान मिलने तक पेटेंट लेने की सारी प्रक्रिया को विद्यार्थियों को समझाना है।
कार्यशाला के प्रथम तकनीकी सत्र में डॉ. अमित दुबे वैज्ञानिक सेंट्रल लेबोरेटरी फैसिलिटी / पेटेंट, डॉ, सुशील कुमार शाही एचओडी वनस्पति विज्ञान, डॉ मुहम्मद आमिर खान, हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ने अपना उद्बोधन दिया। द्वितीय तकनीकी सत्र में आईआईंआईटी कुलपति डॉ. सिन्हा ने भी बच्चो को संबोधित किया। डॉ. दीपक शर्मा प्रिंसिपल साइंटिस्ट इंदिरा गाँधी कृषि विश्व विद्यालय एवं डॉ. स्मिता साहू, रजिस्टर्ड इंडियन पेटेंट अटॉर्नी, एमिटी यूनिवर्सिटी नॉएडा ने भी विविध विषयों पर सभा को सम्बोधित किया। कार्यशाला के अंत में एक प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया। कार्यशाला के समापन में डिप्टी रजिस्ट्रार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यशाला में एमिटी यूनिवर्सिटी छत्तीसगढ़ के निदेशक, डीन, सभी प्राध्यापक व छात्र उपस्थित थे।
यह भी देखें : साइंस कॉलेज में छात्रों के बीच हुई जमकर मारपीट, 3 घायल
Add Comment