रायपुर। विधानसभा चुनाव के दौरान 1 लाख रुपए से अधिक का लेनदेन करने वाले पर बैंकों की नजर रहेगी। विभागीय अधिकारी डाटा तैयार करने के बाद इसे आयकर विभाग को देंगे। संदेह होने पर संबंधित व्यक्ति को पूछताछ के लिए भी बुलवाया जा सकता है। हिसाब नहीं देने और संदेह होने पर खाते को छानबीन के दायरे में लिया जाएगा।
आचार संहिता लागू होते ही सख्ती से इसकी जांच की जाएगी। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने आयोग कार्यालय में बुधवार को बैठक में २ घंटे से भी अधिक समय तक उन्होंने सुरक्षा एंजेसियों, बैंक और आयकर विभाग प्रमुखों के साथ चर्चा की। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा भी लिया।
साथ ही टीम को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के अफसरों ने बताया कि वाहनों की जांच करने और माओवादी मूवमेंट को रोकने के लिए योजना बनाई गई है। संदेहियों की जांच करने के लिए नाकेबंदी करने लिए सुरक्षा पाइंट बनाया जाएगा। इस दौरान नगदी और किसी भी तरह का संदिग्ध सामान बरामद होने पर इसकी सूचना संबंधित विभाग को सौंपी जाएगी।
रेलवे के अफसरों ने बताया कि आरपीएफ और जीआरपी को अवैध तरीके से चुनाव सामग्री पर नजर रखने कहा गया है। साथ ही फोर्स के आने और अस्थाई रूप से उनके रूकने के लिए संबंधित स्टेशन में व्यवस्था कराई जाएगी। इसी तरह एयरपोर्ट अथॉरिटी के अफसरों ने बताया कि चुनाव के दौरान २४ घंटे विमानतल को चालू रखा जाएगा।
फोर्स और मतदान दलों को गंतव्य स्थान पर भेजने की व्यवस्था भी विभाग की ओर से कराई जाएगी। इसके लिए प्रदेशभर के हेलीपैड और हवाई पट्टी को सूचीबद्ध किया गया है। परिवहन विभाग के अफसरों ने निर्वाचन आयोग को बताया कि फोर्स के लिए पर्याप्त वाहनों की व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए सभी जिला परिवहन अफसरों से सूची मांगी गई है। बैठक के दौरान सभी विभागों की ओर चुनावी तैयारियों की विस्तृत जानकारी पेश की गई।
आचार संहिता के पालन के निर्देश
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने चुनाव के दौरान सभी अफसरों को आदर्श आचार संहिता का पालन करने का निर्देश दिया। साथ ही विभागीय टीम पर निगाह रहने के लिए कहा।
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