वेनेजुएला। दक्षिणी अमरीका महाद्वीप में स्थित वेनेजुएला में कई सालों से मंदी का दौर चल रहा है। आर्थिक संकट के चलते वहां इस कदर महंगाई है कि लोग खाने का सामान खरीदने के लिए जूझ रहे हैं। यहां महंगाई दर 10 लाख फीसदी तक पहुंचने का अनुमान है। वेनेजुएला में पिछले कुछ दिनों में सामान की कीमतों में दोगुनी वृद्धि हुई है। जिसके चलते बड़े नोटों की डिमांड बढ़ी है। वहां के बैंकों ने ग्राहकों पर अकाउंट से पैसे निकालने की सीमा तय कर दी। राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने साल 2016 में नोटबंदी की थी। अब वहां मुद्रा बोलिवार का नाम बदलकर सॉवरेन बोलिवार कर दिया गया है।
सरकार ने वहां एक सितंबर से न्यूनतम पारिश्रमिक में 34 गुना की वृद्धि करने का ऐलान भी किया है। यहां के लोग धीरे-धीरे आसपास के देशों में पलायन कर रहे हैं। वहां के लोगों को एक किलो टमाटर खरीदने के लिए 50 लाख बोलीवर चुकाने पड़ रहे हैं। 2 किलो चिकन की कीमत 73 लाख, यानी 1 किलो की कीमत लगभग 48 बोलीवर लाख है। वेनेजुएला की राजधानी कराकस के एक कैफे में पिछले महीने एक कॉफी प्याली की कीमत 25 लाख बोलिवर थी। टॉयलेट रोल के लिए लोगों को 26 लाख बोलिवार चुकाने पड़ रहे हैं। गाजर मार्केट में 30 लाख बोलिवर में मिल रही हैं। चावल के एक पैकेट की कीमत 25 लाख बोलिवर है। वेनेजुएला में एक सैनेटरी पैड के पैकेट के लिए 35 लाख बोलिवार चुकाने पड़ रहे हैं। एक किलो पनीर के लिए 75 लाख रुपये देने पड़ रहे हैं।
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