नारायणपुर। किसी भी देश-प्रदेश के साथ आने वाली पीढिय़ों के निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है। समाज में गुरूजनों का स्थान सर्वोपरि होता है। उक्त बातें आज स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने जिला मुख्यालय स्थित रामकृष्ण मिशन में आयोजित मुख्यमंत्री शिक्षा गौरव अलंकरण समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से कही।
उन्होंने कहा कि पूरे देश-प्रदेश में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्व पल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस बड़े उत्साह से मनाया जाता है। इस दिन उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा कि जिले के दो शिक्षकों को विगत 5 सितम्बर को राजभवन में सम्मानित किया गया है, यह क्षण जिले के लिए गौरवान्वित का दिन था। श्री कश्यप ने कहा कि शिक्षकों का सम्मान होगा तो शिक्षा की गुणवत्ता और बेहतर देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में शिक्षा की बेहतरी के लिए कई कार्य योजनाएं संचालित की जा रही है। मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि राज्य में पहले की अपेक्षा प्रायमरी स्कूल से लेकर हायर सेकेण्डरी स्कूल लगातार खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस कारण सुदूर वनांचल के बच्चों को भी इनका लाभ मिल रहा है। अब जिले से लेकर दिल्ली तक बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए प्रदेश सरकार सरकार गंभीर है।
उन्होंने कहा कि बालिकाओं की बेहतर शिक्षा पर अधिक जोर दिया जा रहा है। बालिकाओं के लिए सरस्वती सायकल योजना वरदान का काम कर रही है। स्कूलों में बच्चियों के दाखिलें में 60 प्रतिशत से ब?कर 97 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है। जिले में आईटीआई, पॉलीटेक्निक कॉलेज, कृषि महाविद्यालय से लेकर केन्द्रीय नवोदय विद्यालय और पोटाकेबिन आवासीय विद्यालय खोले गए है। इसी का परिणाम है कि प्रदेश में जिले को 10 वीं के परीक्षा परिणाम में पांचवां और 12 वीं में तीसरा स्थान मिला। यह शिक्षकों के बेहतर प?ाई का ही नतीजा है। उन्होंने शिक्षकों से आशा व्यक्त की आने वाले दिनों में इन्हीं परिणामों को और बेहतर करेंगे। कार्यक्रम की शुरूआत में जिला शिक्षा अधिकारी आरपी मिरे ने स्वागत भाषण दिया।
शिक्षकों को जिला स्तर पर दिए जाने वाले दो पुरस्कार ज्ञानदीप पुरस्कार में तीन शिक्षकों मोहन सिंह नेताम, सूरजचन्द्र मांझी और छविलाल नाग तथा और विकासखण्ड स्तर पर दिए जाने वाले शिक्षादूत पुरस्कार में 7 शिक्षकों विष्णु प्रसाद मंडल, मोती उसेण्डी, पवन कुमार नाग, ओमप्रकाश पटेल, सोमाराम पोटाई, और अनिल कुमार तिवारी को शाल-श्रीफल, प्रशस्ति पत्र एवं नगद राशि देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही सेवानिवृत्त हुए 25 शिक्षक समेत 1500 शिक्षक-शिक्षिकाओं को भी उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती प्रमिला उईके, नगर पालिका अध्यक्ष वेदवती पात्र, अध्यक्ष जनपद पंचायत, नारायणपुर राजमन कोर्राम, जनपद अध्यक्ष ओरछा श्रीमती सवित्री नेताम, समाजसेवी बृजमोहन देवांगन समेत जनप्रतिनिधि, शिक्षक-शिक्षिका और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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