तखतपुर/रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बुधवार को तखतपुर में कहा कि यहां की जनता ने हमेशा कमल खिलाया और आशा है कि आगे भी उनका विश्वास ऐसे ही बना रहेगा। मुख्यमंत्री ने तखतपुर में एसडीएम कार्यालय खोलने, कॉलेज को अपग्रेड करने और बिलासपुर-मुंगेली नेशनल हाइवे की मंजूरी की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि किसानों को बोनस सहित प्रति क्विंटल धान की कीमत का भुगतान इस बार एक नवंबर से ही किया जाएगा। इसके लिए 11 और 12 सितंबर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। बरसते पानी के बीच मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का तखतपुर पहुंचने पर कार्यकर्ताओं और आम लोगों ने स्वागत किया।
सभा के दौरान सीएम ने कहा कि वे स्कूल -कॉलेज के दिनों में क्रिकेट टीम लेकर तखतपुर आते थे। जिनके साथ मैंने क्रिकेट खेला, उनमें से कई बुजुर्ग मुझे सामने दिखाई दे रहे हैं। भाजपा ही नहीं जनसंघ और जनता पार्टी के जमाने से हमें तखतपुर ने विधायक दिए हैं। स्व. मनहरण लाल पांडेय और स्व. निरंजन प्रसाद केशरवानी से हम लोग तब मिलने आते थे। यह देखने के लिए कि हमारी पार्टी का विधायक, सांसद कैसा होता है। उन्होंने कहा कि तखतपुर के लिए एक इतिहास बनने का अवसर है।
किसानों से जब मैं मिलता हूं तो मुझे बड़ी खुशी होती है। अब सिंचाई और बिजली सेवा में विस्तार करते हुए सिंचाई पम्पों के लिए एक लाख रुपए का अनुदान फिर शुरू किया गया है। एक से अधिक पंप वाले किसानों को भी फ्लैट रेट पर बिजली मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस का जमाना याद होगा जब स्कूल नहीं होते थे, अस्पताल नहीं होते थे।
इलाज में लोगों की खेत, घर बिक जाते थे। हमने सभी 55 लाख प्रदेशवासियों के लिए मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना शुरू की है, जिसमें अब 50 हजार रुपए का इलाज मुफ्त है। इसके आगे बढ़कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आयुष्मान योजना लागू की है, जिसमें गरीब परिवारों को पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। इसमें कैंसर, किडनी, लीवर, हार्ट आदि सब तरह की बीमारी कव्हर होगी।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, छात्राओं की शिक्षा और विवाह योग्य कन्याओं के लिए कन्यादान योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के लोग 40-50 साल तक सिर्फ गरीबी हटाओ, गरीबी हटाओ का नारा लगाते रहे, लेकिन अब लोग देख रहे हैं कि 15 साल में छत्तीसगढ़ में क्या परिवर्तन आया है।
कांग्रेस बताए कि क्या उसने कभी किसानों को बोनस दिया था, धान खरीदी करते थे तो धान को डुबा-डुबा कर देखते थे। इस बार हमारी सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। एक नवंबर से धान खरीदी शुरू के दिन से ही धान का बोनस और समर्थन मूल्य मिलाकर किसानों को 2050 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से भुगतान मिल जाएगा।
इसके लिए 11 और 12 सितंबर को विधानसभा का सत्र बुलाया जा रहा है। इस योजना में 2400 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जिसके लिए पूरक बजट में प्रावधान किया जाएगा। इसका लाभ 12 लाख किसानों को मिलेगा।
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